बोकारो: इंटक महासचिव अनूप सिंह की पहल पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने किडनी रोग से पीड़ित मेधावी छात्र को मेडिका में भर्ती कराया. मैट्रिक में 98% अंक लाने वाले इस छात्र की दोनों किडनी खराब हो गयी हैं. इस छात्र के इलाज का पूरा खर्च अब सरकार उठायेगी. किडनी रोग से ग्रसित झारखंड के एक मेधावी छात्र के लिए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता फरिश्ता बन गए. सूबे का एक मेधावी छात्र किडनी की समस्या से पीड़ित होकर लंबे समय से किडनी ट्रांसप्लांट के इंतजार में था.
इसी साल मैट्रिक की परीक्षा में बेरमो स्थित बीआरएल डीएवी, भंडारीदह से पढ़ाई कर 97.8 प्रतिशत अंक लाकर अपने माता-पिता का नाम रोशन करने वाले 16 वर्षीय निकित निश्चल की दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं.
बोकारो जिले में दो बार डायलिसिस करने के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए इंटक महासचिव अनूप सिंह अपने साथ रांची ले गये, जहां स्वास्थ्य मंत्री ने पहुंचकर मामले में डॉक्टर से बात की. आर्थिक रूप से कमजोर परिवार मदद के लिए दर-दर गुहार लगा रहा था. मामले की सूचना मिलते ही बेरमो विधायक रहे स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद के बेटे व इंटक के महासचिव अनूप सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया.
इसके बाद आज मंत्री बन्ना गुप्ता ने मरीज को मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया. मंत्री बन्ना गुप्ता खुद भी मेडिका की जांच लैब पहुंचे और बच्चे व उसके माता पिता से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को मरीज के बेहतर इलाज से संबंधित दिशा-निर्देश दिए.
बन्ना गुप्ता ने कहा कि 16 वर्षीय निकित एक मेधावी छात्र है. इसकी दोनों किडनी पूरी तरह खराब हो चुकी है. इलाज से लेकर किडनी ट्रांसप्लांट तक का पूरा खर्च स्वास्थ्य विभाग उठाएगा. जितना हो सकेगा, उतना सरकारी लाभ भी दिया जाएगा. बन्ना गुप्ता ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिया है कि इलाज में किसी भी तरह की कोताही ना बरती जाए.