बोकारो: जिले के चंदनकियारी अंतर्गत आमलाबाद स्थित जलापूर्ति योजना से पिछले दो दिनों से पानी आपूर्ति नहीं हो रही है. इस कारण चार पंचायतों के लगभग पांच हजार की आबादी के सामने पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है. इससे आक्रोशित महिलाओं ने शुक्रवार को जल मिनार के समझ विरोध प्रदर्शन किया.
चंदनकियारी के आमलाबाद जलापूर्ति योजना से पानी आपूर्ति नहीं होने के कारण चार पंचायत पानी की किल्लत झेल रहे हैं. विभागीय लापरवाही के कारण उत्पन्न हुई स्थिति के कारण ग्रामीण आक्रोशित हैं. शुक्रवार को 4 पंचायतों के पंचायत प्रतिनिधि के अलावा कई ग्रामीण जल मीनार के पास पंहुचकर प्रदर्शन करते हुए जलापूर्ति ऑपरेटर को घेर जोरदार हंगामा किया. साथ ही 24 घंटे के अंदर पानी की आपूर्ति नहीं करने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
करोड़ों की योजना सालभर में ही फेल
आमलाबाद जलापूर्ति योजना की शुरुआत साल 2018 के मई महीने में बड़े ही धूमधाम के साथ किया गया था. उस समय ग्रामीणों को लगा था कि अब गर्मी के मौसम में दामोदर नदी के किनारे बसे गांवों में पेयजल के लिए लोगों को संघर्ष नहीं करना पड़ेगा, लेकिन किसको पता था कि सरकार के उदासीन रवैये के कारण जलमीनार से आपूर्ति बंद हो जाएगा. साल 2018 में इस योजना को करीब 12 करोड़ रुपए की लागत से बनाई गई थी. जलापूर्ति के एवज में ग्रामीण हर महीने 62 रुपए पानी का बिल भी देते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी विभाग की ओर से करीब डेढ़ साल के बाद 12 लाख का बिजली बिल थमाकर पानी की सप्लाई बंद कर दिया, जबकि जलमिनार का निर्माण कार्य पूर्ण होने के 2 साल बाद तक संवेदक को ही शुद्ध पानी की आपूर्ति करनी हैं.