बोकारोः राज्य के सरकारी चिकित्सकों के साथ जिलों में हो रहे गलत व्यवहार सहित अन्य मुद्दों को लेकर रविवार को झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन का दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की एक बैठक सेक्टर 5 में आयोजित की गई. बैठक में झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन के सचिव डॉक्टर विमलेश सिंह भी मौजूद रहे. इस दौरान बोकारो के सिविल सर्जन सहित झासा और आईएमए के कई चिकित्सक मौजूद रहे.
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बैठक में गोड्डा जिले में चिकित्सक के साथ उपायुक्त की ओर से किए गए अभद्रता और धनबाद के उपायुक्त की ओर से चिकित्सकों पर अनावश्यक दबाव डालने पर विशेष रूप से चर्चा की गई. साथ ही सभी चिकित्सकों ने एक स्वर से राज्य के स्वास्थ्य मंत्री की ओर से चिकित्सकों और अन्य कर्मियों को एक महीने का अतिरिक्त वेतन कोरोना काल में किए काम को लेकर दिए जाने का स्वागत किया गया.
डीसी की ओर से चिकित्सकों पर अनावश्यक दबाव
झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन के सचिव डॉ विमलेश सिंह ने बताया कि राज्य के गोड्डा में सरकारी चिकित्सक के साथ उपायुक्त की ओर से गलत व्यवहार किया गया है, जिसको लेकर अगर जल्द उपायुक्त के स्तर से इस पर कोई निर्णय नहीं होता है, तो पूरे राज्य में सरकारी चिकित्सक हड़ताल पर चले जाएंगे. वहीं, उन्होंने बताया कि धनबाद के उपायुक्त की ओर से चिकित्सकों पर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है. जिसका वे विरोध करते हैं.
एक महीने का अतिरिक्त वेतन देने की घोषणा का किया गया स्वागत
डॉ. विमलेश सिंह ने कहा कि कोरोना काल मे जिस प्रकार से सरकारी चिकित्सकों ने अपनी सेवा के माध्यम से राज्य को कोरोना मुक्त करने का काम किया था, वह किसी से छिपा नहीं है. बावजूद इसके चिकित्सकों को बंधुआ मजदूर समझा जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से स्वास्थ्य मंत्री ने एक महीने का वेतन देने की घोषणा की है. इसका स्वागत करते हैं. उन्होंने चिकित्सकों के साथ हो रहे गलत व्यवहार पर आक्रोश व्यक्त किया है.