बोकारो: राज्य की उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग मंत्री के जिले में उत्पाद विभाग के अधिकारी मनमानी कर रहे हैं. जिस दुकान में देसी शराब बेची जानी है, उस दुकान में अंग्रेजी शराब की बिक्री हो रही है. कमाल की बात ये है कि ये काम उत्पाद विभाग के अधिकारियों के निर्देश पर हो रहा है, इसलिए इनके खिलाफ कोई कार्रवाई भी नहीं हो पा रही है.
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मामला जिला मुख्यालय से महज 4 किलोमीटर दूर का है. जहां पर स्थित धर्मशाला मोड़ के पास देसी शराब दुकान संख्या 3 है. इस देसी शराब की दुकान में अंग्रेजी शराब बेचे जाने का काम किया जा रहा है. शराब की दुकान पर जो बोर्ड लगी हुई है, उसके मुताबिक दुकान में देसी शराब बेची जानी है. लेकिन यहां अंग्रेजी शराब कैसे बेची जा रही है, कैमरे के सामने इसका जवाब देने से उत्पाद विभाग अधिकारी बचते नजर आ रहे हैं.
शराब दुकान में काम कर रहे सेल्समैन ने कहा कि विभाग का निर्देश है कि देसी और विदेशी दोनों शराब बेचनी है. पहले यहां सिर्फ देसी शराब बेची जाती थी. सेल्समैन ने कमिश्नर और सब इंस्पेक्टर के द्वारा विदेशी शराब बेचे जाने का आदेश देने की बात कही है. बता दें कि झारखंड की उत्पाद एवं मद्य निषेद मंत्री बेबी देवी बोकारो जिले की ही रहने वाली हैं. बावजूद अधिकारियों की मनमानी पर कोई असर नहीं पड़ रहा है.
नहीं थम रहा ओवररेटिंग का मामला:वहीं दूसरी ओर शराब के ओवररेटिंग का मामला भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. विभाग मुख्यालय के निर्देश के बावजूद ओवर प्राइसिंग का खेल बदस्तूर जारी है. शराब खरीदने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि ₹10 से लेकर ₹30 तक महंगी शराब बेची जा रही है.
इस मामले में बोकारो भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि दिल्ली से भी बड़ा शराब घोटाला झारखंड में हुआ है. अगर सही से मामले की जांच की गई तो कई अधिकारी जेल के सलाखों के पीछे जाने का काम करेंगे. गोमिया के आजसू विधायक डॉक्टर लंबोदर महतो ने कहा कि मामला काफी गंभीर है. इस मामले को विभागीय मंत्री के संज्ञान में दिया गया है. चाहे वह नकली शराब बेचने का हो, ओवररेटिंग का हो या फिर कर्मियों का वेतन नहीं देने का, मामले पर कार्रवाई करने की बात मंत्री ने कही है. हमें लगता है कि जल्द इस मामले पर कोई कार्रवाई होगी.