बोकारो:जिले के पेटरवार वन क्षेत्र में कोह पंचायत के महतो टोला में एक महिला को जंगली हाथी ने पटक पटक कर मार डाला. मुश्किल से उसकी बेटी और पति घटनास्थल से भाग पाए. हादसे के वक्त महिला अपने पति और बेटी के साथ भिंडी तोड़ने गई थी.
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कोह पंचायत की रहने वाली हुलसी देवी अपने पति और बेटी के साथ मंगलवार सुबह 5.30 बजे खेत में भिंडी तोड़ने गईं थीं. इसी दौरान जंगली हाथियों का दल वहां आ गया. यहां हाथियों ने हुलसी देवी को पटक-पटक कर मार डाला. वहीं उसका पति और उसकी बेटी किसी तरह जान बचाकर भागने में सफल रहे. वन विभाग को मामले की सूचना मिली तो अफसर दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. घटना की जानकारी पर पुलिस विभाग के अधिकारी और बीडीओ शैलेंद्र चौरसिया भी घटना स्थल पर पहुंच गए. वन विभाग के पदाधिकारी विजय कुमार ने बतौर मुआवजा मृतक के परिवार को बीस हजार रुपये दिए. साथ ही बाकी मुआवजा राशि जल्द दिलाने का आश्वासन दिया.
बेटी के सामने मां ने तोड़ा दम
मृतक की बेटी आरती कुमारी ने बताया कि सुबह भिंडी तोड़ने गए थे. इसी दौरान झुंड से बिछड़ा हाथी उनकी ओर आने लगा. सभी लोग जान बचाकर भागने लगे, लेकिन मां जमीन पर गिर गई. उसकी आंख के सामने ही हाथी ने उसकी मां को कुचल कर मार दिया. घटना के बाद हाथी खेत के बगल में पलाश के जंगल में छुप गया. वन विभाग का हाथी भगाओ दल हाथी पर नजर बनाए हुए है.
झारखंड का राजकीय पशु है हाथी
बता दें कि हाथी झारखंड का राजकीय पशु है. झारखंड के कुल क्षेत्रफल 79714 वर्ग किलोमीटर का 29.61 % वन क्षेत्र है. हालांकि फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया 2017 की रिपोर्ट के मुताबिक यहां वन क्षेत्र घटकर 29.54% फीसदी रह गया था. वहीं जंगल और वृक्षों के रकबे को मिला दें तो यह आंकड़ा 33.21 % पहुंच जाता है. यहां के जंगलों में बड़ी संख्या में हाथी पाए जाते हैं. झारखंड राज्य के नए वृत्ताकार लोगों (जो विकास का प्रतीक है) में 24 हाथियों को दर्शाया गया है. जो शुभ है और झारखंड की ताकत का प्रतीक है. एक पुराने आंकड़े के मुताबिक झारखंड में करीब 550 हाथी पाए जाते हैं.