बोकारो: बोकारो के जवाहरलाल नेहरू जैविक उद्यान में सफेद बाघिन गंगा की शुक्रवार सुबह तड़के 9:20 बजे मौत हो गई. सूचना पर वन विभाग के फॉरेस्टर मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया. इससे पहले बाघिन को वर्ष 2012 के जनवरी महीने में जोड़े के साथ भिलाई से यहां लाया गया था. इस बाघिन का जन्म 2008 को भिलाई में ही हुआ था.
ये भी पढ़ें-पीटीआर में लाए जाएंगे दो बाघिन और एक बाघ, NTCA की मंजूरी के बाद हिरण का होगा रिलोकेशन
बोकारो स्टील जैविक उद्यान के उप महाप्रबंधक समरेंद्र झा ने बताया कि बाघिन की उम्र हो चुकी थी, उसके दांत नहीं थे. उन्होंने कहा कि बाघिन बीमार नहीं थी, मौत की वजह अधिक उम्र होना है. वहीं सूचना पर पहुंचे वन विभाग के फॉरेस्टर शशिकांत महतो ने बताया कि पूरी प्रक्रिया के तहत बाघिन का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई जाएगी, साथ ही जरूरी सभी प्रक्रिया पूरी की जाएगी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा, इसकी मौत की वजह क्या है.
एक माह से पद रिक्त थाःबताते चलें कि जैविक उद्यान का संचालन बोकारो स्टील द्वारा किया जाता है. इसलिए यहां बोकारो स्टील की ओर से देखरेख के लिए अधिकारी तैनात किए गए हैं और अन्य व्यवस्थाएं की गईं हैं. इधर जैविक उद्यान में 1 महीने से पशु चिकित्सक का पद रिक्त था. यहां पदस्थापित चिकित्सक सेवानिवृत्त हो चुके हैं.