बोकारो: कोविड-19 संक्रमण काल के दौरान पर्सनल कंप्यूटर मार्केट में व्यापक तेजी देखी जा रही है. इस दौरान लैपटॉप और कंप्यूटर की मांग में बढ़ोतरी हुई है. कोरोना के कारण वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन क्लास अधिकतर हो रहे हैं. ऐसे में कंप्यूटर और लैपटॉप लोगों और छात्रों के दिनचर्या में शामिल हो गया है.
व्यवसाय के लिए संजीवीनी
वर्तमान समय में कंप्यूटर और लैपटॉप के अपग्रेड वर्जन भी लोगों की जरूरत बन कर सामने आई है, जिस कारण कंप्यूटर और लैपटॉप के मूल्य में भी वृद्धि देखी जा रही है. बोकारो के कंप्यूटर दुकान के मालिक सह कंप्यूटर दुकान एसोसिएशन के अध्यक्ष धर्मेंद्र पांडे ने बताया कि करोना के समय कंप्यूटर और लैपटॉप मार्केट के लिए संजीवनी साबित हुआ है. कोरोना के समय दुकान में बिक्री की स्थिति काफी खराब थी, लेकिन कंप्यूटर व्यवसाय में तेजी आई है. इस दौरान कम्प्यूटर के व्यवसाय में 40 से 50 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई है.
कम्प्यूटर पर काम करते लोग घर-स्कूलों में भी जरूरी
उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से स्कूल में ऑनलाइन क्लास का कल्चर शुरू हुआ है और कॉरपोरेट कंपनियों में काम करने वाले वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं, ऐसे में कंप्यूटर और लैपटॉप की मांग बढ़ गई है. उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था शुरू हुई है हम कह सकते हैं कि आने वाले समय में ऑनलाइन शिक्षा एक महत्वपूर्ण साधन बनने जा रहा है, ऐसे में कंप्यूटर मार्केट भी इससे लाभान्वित होगा.
दुकान में कम्प्यूटर खरीदते लोग दिनचर्या का हिस्सा
वहीं, लैपटॉप खरीदने आई एक छात्रा ने बताया कि जिस प्रकार से ऑनलाइन शिक्षा का प्रचलन हुआ है ऐसे में लैपटॉप अब हमारे दिनचर्या का हिस्सा बन गया है. छात्रा का कहना है कि हम लोगों को अब लैपटॉप खरीदना जरूरी हो गया है. छात्रा ने बताया कि इस तरह का व्यवस्था हो जाने से समय के साथ-साथ अन्य कार्यों में भी समय मिल रहा है. छात्रा ने बताया कि ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था और वर्क फ्रॉम होम हो जाने से समय में भी बचत हो रही है. वहीं अभिभावकों का भी मानना है कि कोरोना काल में लैपटॉप और कम्प्यूटर बेहद जरूरी हो गया है.