बोकारो: जिले में कसमार प्रखंड के मंजूरा पंचायत में मनरेगा कूप निर्माण में फर्जी तरीके से 11 लाख रुपये की निकासी का मामला सामने आया है. इसको लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बोकारो जिला प्रशासन को जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया है. यह शिकायत गोमिया विधानसभा के पूर्व विधयाक योगेंद्र प्रसाद ने ट्विटर से के माध्यम से की थी. जानकारी के मुताबिक, कसमार थाने में एफआइआर दर्ज होने के एक महीने बाद भी कसमार बीपीओ समेत तीन अन्य आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी. इस मामले में कसमार के तत्कालीन बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा ने 10 जून को कसमार थाना में मामला दर्ज करा बीपीओ पवन कुमार गुप्ता, रोजगार सेवक गोराई की संविदा रद्द करने और पंचायत सचिव ध्रुपद गोप के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की अनुशंसा भी की थी.
बोकारो: कूप निर्माण में फर्जी निकासी को लेकर सीएम ने जांच के दिए आदेश, पेटरवार थाने में मामला दर्ज - कूप निर्माण में फर्जी निकासी पर सीएम ने जांच के आदेश दिए
बोकारो में मनरेगा कूप निर्माण में फर्जी तरीके से 11 लाख रुपये की निकासी के मामले में सीएम हेमंत सोरेन ने संझान लिया है. सीएम ने मामले में बोकारो जिला प्रशासन को जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया है.
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इसके बावजूद अभी तक किसी पर कोई कार्रवाई नहीं गई है, जबकि बीपीओ समेत अन्य आरोपी प्रखंड कार्यालय में लगातार ड्यूटी कर रहे हैं. मामले को लेकर गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद ने शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट किया था. मुख्यमंत्री ने इस मामले पर अविलंब संज्ञान लेते हुए जांच कर उचित कार्रवाई करते हुए सूचित करने का आदेश जिला प्रशासन को दिया है. मामला यह था कि मंजूरा पंचायत में छह लाभुकों को मनरेगा के तहत कूप निर्माण की स्वीकृति मिली थी. अनियमितता की शिकायत पर पांच जून को स्थल निरीक्षण किया गया था. इसमें काफी गड़बड़ी मिली थी. फर्जी मस्टर रोल के आधार पर विभिन्न कूपों के निर्माण के खिलाफ 11 लाख रुपये की निकासी कर ली गई थी. दर्ज प्राथमिकी के अनुसार सभी छह योजनाओं की प्राक्कलित राशि 18,86,200 रुपये है. इसमें मात्र 6,79,929 रुपये का ही काम हुआ है, जबकि 18,25,610 रुपये की निकासी कर ली गई है.