बोकारो:यूपी के चर्चित आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश के अलावा झारखंड में भी कई सीटों से चुनाव लड़ने का ऐलान किया. इस दौरान कहा कि धनबाद, रांची समेत अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर से उनके प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे. इसके लिए शुक्रवार (21अप्रैल) को उन्होंने बोकारो के सेक्टर 4 सी स्थित अपने पैतृक आवास में अधिकार सेना का कार्यालय खोला.
Bokaro News: जबरिया रिटायर आईपीएस अमिताभ ठाकुर अब राजनीति में आजमाएंगे किस्मत - IPS Amitabh Thakur
उत्तर प्रदेश के 1992 बैच के बहुचर्चित एवं जुझारू आईपीएस अमिताभ ठाकुर झारखंड के कई सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं.
![Bokaro News: जबरिया रिटायर आईपीएस अमिताभ ठाकुर अब राजनीति में आजमाएंगे किस्मत IPS Amitabh Thakur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/1200-675-18314904-thumbnail-16x9-bokaro.jpg)
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उम्मीदवार स्वच्छ छवि और ईमानदार छवि के होंगे. उन्होंने कहा कि वर्तमान में ऐसी राजनीति परिस्थितियों में हमारे जैसे वॉच डॉग की आवश्यकता है. जो गलत होने पर आवाज उठाए. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में नोटों और नोटों की वर्षा नहीं हो. लेकिन जनहित के मुद्दों को उठानी की जरूरत है. इसके लिए अपनी उपस्थिति दर्ज करनी होगी.
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि वह नव गठित राजनीतिक दल अधिकार सेना की ओर अपने प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारेंगे. उन्होंने कहा कि अधिकार सेना आम नागरिक में समस्त अधिकार निहित होने की भावना पर विश्वास करता है और उसका प्रयास संविधान प्रदत्त शक्तियों को प्रत्येक नागरिक की पहुंच तक लाने का है.
कौन है अमिताभ ठाकुर:उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित एवं जुझारू 1992 बैच के आईपीएस अमिताभ ठाकुर भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी के साथ-साथ कवि एवं लेखक भी हैं. उनका जन्म बोकारो में हुआ था. शुरुआती पढ़ाई बोकारो के केंद्रीय विद्यालय से पूरा करने के बाद अमिताभ ने आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की. आईपीएस बनने के बाद वह उत्तर प्रदेश के सात जिलों बस्ती, देवरिया, बलिया, महाराजगंज, गोंडा, ललितपुर और फीरोजाबाद में कप्तान रहे हैं. बतौर ASP उनकी पहली पोस्टिंग गोरखपुर में हुई थी. उसके बाद उन्होंने बतौर SP पहली पोस्टिंग पिथौरागढ़ में मिली. इसके बाद वे उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी तैनात रहे. अमिताभ ठाकुर की पत्नी डॉक्टर नूतन ठाकुर सोशल एक्टिविस्ट हैं. 23 मार्च 2021 को गृह मंत्रालय के द्वारा अमिताभ ठाकुर को जबरन रिटायर कर दिया गया था.