बोकारोः भीम सिंह हत्याकांड में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. जिसमें अपराधी पकड़े भी जा रहे हैं. इसी कड़ी में पुलिस के लगातार दबाव और पकड़े जाने के डर से इस हत्याकांड के एक आरोपी विजय यादव ने गुरुवार को बोकारो कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. इसको लेकर सिटी डीएसपी कुलदीप कुमार ने बताया कि इस घटना में शामिल दो लोग गिरफ्तार हुए हैं, बाकी लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
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भीम सिंह हत्याकांड में कार्रवाईः इस हत्याकांड में पुलिस ने अब तक दो आरोपियों को पकड़ा है जबकि एक ने बोकारो कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है. इससे पहले पुलिस ने आरोपी जयराम प्रसाद और राकेश कुमार उर्फ राकेश साव को बिहार भागने के क्रम में दुमका में गिरफ्तार किया था. सिटी डीएसपी ने बताया कि पुलिस के बढ़ते दबाव के बाद आरोपी विजय यादव ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है.
डीएसपी ने बताया कि विजय यादव पुराना अपराधी है, उसके विरुद्ध बोकारो के अलग अलग थाना में मामले दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस विजय को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. इससे पहले जयराम ने पुलिसिया पूछताछ में अपहरण और हत्या की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली थी. इस आरोपी की निशानदेही पर पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.
क्या है मामलाः 7 जनवरी को बोकारो सिटी थाना सेक्टर वन स्थित राम मंदिर के पास से सेक्टर 12 निवासी लोहा कारोबारी बिनोद सिंह के सुपरवाइजर भीम सिंह (चास निवासी) को अगवा कर लिया गया था. इस मामले में सेक्टर 12 निवासी विनोद सिंह ने जयराम प्रसाद, विजय यादव, लाला और राकेश के विरुद्ध मामला दर्ज कराया था. इस मामले की जांच के क्रम में 8 जनवरी को बोकारो पुलिस को यह सूचना मिली कि पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रुद्रागांव में रेलवे ट्रैक से एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया था. बोकारो पुलिस ने भीम सिंह के परिजनों को शव को दिखाया और शव की शिनाख्त की.
पश्चिम बंगाल में मिली थी लाशः भीम सिंह की हत्या के बाद अपराधियों ने शव को पश्चिम बंगाल में फेंक दिया था. इसके पीछे उनकी यही मंशा थी कि उसकी पहचान नहीं हो पाएगी और वो कभी पकड़े नहीं जाएंगे. भीम सिंह के शव की पहचान नहीं हो सके इसलिए अपराधियों ने लाश को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के मुफ्फसिल थाना इलाके में फेंका था. लेकिन बोकारो से पश्चिम बंगाल का जयपुर थाना का इलाका सटा हुआ है. इसलिए दोनों राज्य के पुलिस की तत्परता से पूरे मामले का खुलासा हो पाया.