बोकारोः आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन का वार्षिक महाधिवेशन का आयोजन बोकारो जिला के चंद्रपुरा में किया गया. इसमें बतौर मुख्य अतिथि एमएम प्रसाद शामिल हुए. उनके अलावा धनबाद, बरौनी, मुगलसराय, कोडरमा, रांची, आद्रा मंडल के एसोसिएशन के पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित हुए.
एसोसिएशन के केंद्रीय महासचिव इसे भी पढ़ें- हर्षित के हाथ की नश तीन जगह से कटी मिली, कूलिंग पॉन्ड में मिला शव
रेलवे के निजीकरण का विरोध
महाधिवेशन में रेलवे में किए जा रहे प्राइवेटाइजेशन का विरोध किया गया, चाहे वह रेल कर्मी के डीए को फ्रीज करने का हो या फिर निजी हाथों में रेल को देने का. इस मौके पर वक्ताओं ने केंद्र की मोदी सरकार को पूंजीपतियों की सरकार बताया. वक्ताओं ने कहा कि कोरोना और लॉकडाउन में पूरा देश घरों में बंद था, उस समय ट्रेन ड्राइवर अपनी जान की परवाह किए बगैर देश में राहत सामग्री पहुंचाते रहे. उसका सिला यह मिला कि लोको पायलट का डीए और रात्रि भत्ता बंद कर दिया गया और पूंजीपतियों को ट्रेन के परिचालन की बागडोर दे दी गई.
केंद्र पर साधा निशाना
मौके पर मौजूद एसोसिएशन के महासचिव एमएम प्रसाद ने सभी को एकजुट होकर केंद्र की नीतियों के खिलाफ लड़ाई लड़ने को कहा. उन्होंने कहा की देश में एक तरफ किसान आंदोलन कर रहे हैं. अब रेलकर्मियों को भी आज अपने हक के लिए आंदोलन करने का समय आ गया है, नहीं तो नया श्रम कानून लाकर केंद्र सरकार मजदूरों का अधिकार छीनकर पूंजीपतियों के हाथ में दे देगी. सरकार नई रणनीति बनाकर पूंजीपतियों के हाथ मजबूत कर रही है, जिससे उन्हें सीधे चुनाव में फायदा पहुंचे लेकिन सरकार की यह मंशा कभी पूरा नहीं होगी.