प्रमिला देवी, पीड़ित वृद्ध महिला बोकारो: झारखंड में सरकारी तंत्र की लापरवाही के मामले सामने आते रहते हैं. सरकारी बाबूओं की लापरवाही के कारण लगातार ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिनमें जीवित व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया गया. ऐसा ही ताजा मामला बोकारो जिले के चंदनकियारी प्रखंड से सामने आया है. जहां सरकारी विभाग की लापरवाही से के कारण एक जीवित वृद्ध महिला को मृत घोषित कर दिया गया है.
यह भी पढ़ें:सरकारी कागज का खेल निराला! फाइलों में दफन हो गया जिंदा खेदन घांसी, जानिए पूरा माजरा
इसके कारण वृद्ध महिला को पेंशन नहीं मिल पा रहा है. महिला पेट चलाने के लिए पेंशन की मांग को लेकर दर-दर भटक रही हैं, लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है. चंदनकियारी प्रखंड के झालबरदा पंचायत की वृद्ध महिला प्रमिला देवी को भौतिक सत्यापन के दौरान पंचायत सचिव और मुखिया ने मृत घोषित कर दिया. वृद्ध महिला को पहले वृद्धा पेंशन का लाभ मिल रहा था. लेकिन 2023 में उनका पेंशन आना बंद हो गया. वे इसके लिए दर-दर भटकती रहीं. लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं मिली. जब वह प्रखंड कार्यालय पहुंचीं तो पता चला कि उन्हें जिंदा रहते हुए ही मृत घोषित कर दिया गया है.
नए सिरे से किया गया वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवेदन:जानकारी के मुताबिक, वृद्ध महिला को अब नए सिरे से वृद्धावस्था पेंशन का लाभ देने के लिए प्रखंड कार्यालय से 31 जुलाई को पेंशन स्वीकृति के लिए अनुमंडल कार्यालय भेजा गया है. लेकिन अभी तक उनके आवेदन को स्वीकृत नहीं किया गया है. जबकि राज्य सरकार सभी को पेंशन देने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है. महिला ने बताया कि उनका कोई नहीं है. इसी पेंशन की राशि से उनका जीवन यापन चल रहा था. बता दें कि इससे पहले ऐसे और भी मामले झारखंड से सामने आ चुके हैं. इसमें बोकारो के ही रहने वाले खेदन घांसी और खूंटी की दो वृद्ध महिलाओं को जीवित में ही मृत घोषित करने का मामला हाल ही में सामने आया था.