बोकारोः कोरोना और लॉकडाउन ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया. लोगों की नौकरी छूट गई, रोजगार के साधन खत्म होते चले गए. लोग अपने घर तो वापस आए और परंपरागत रोजगार को चुना. ऐसे ही बोकारो के दो भाई हैं विजय किस्कू और राम किस्कू. ये खेती कर जीविका का साधन उपलब्ध करा रहे हैं साथ ही दूसरों को रोजगार के साधन भी मुहैया करा रहे हैं.
खेती में लगाया इंजीनियरिंग का दिमाग
जिला के जरीडीह प्रखंड के श्यामपुर के रहने वाले दो भाई विजय किस्कू और राम किस्कू जमशेदपुर के आरवीएस इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी कॉलेज से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की, पढ़ाई कर एक कंपनी में ही प्राईवेट जॉब शुरु किया. लॉकडाउन में पिता की मौत के बाद घर आए दोनों भाई घर की हालत को देखकर नौकरी को अलविदा कहा और फिर अपनी जमीन पर खेती करने में जुट गए. काम मुश्किल था लेकिन हिम्मत नहीं हारी. दोनों भाई को कृषि के जानकार गांव के ही सुनील उरांव की मदद मिली और आज सात एकड़ से अधिक भूमि पर सब्जी की खेती कर डाली. आज इनके यहां से सब्जी लोकल बाजार में धड़ल्ले से जा रही है. लॉकडाउन ने कमर तोड़ा लेकिन फिर भी हिम्मत नहीं हारी और आज भी अपने सहयोगियो के साथ सुबह से शाम तक जमीन पर खेती करते दिखाई देते हैं. इतना ही नही यहां पर 20 से 25 परिवार को रोजगार भी उपलब्ध करा रहे हैं जिनसे उनकी आजीविका भी चल रही है.
सब्जी से लहलहा रहे हैं खेत