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59 चाइनीज ऐप के साथ टिक टॉक बैन होने पर युवाओं में उत्साह, केक काटकर मनाया जश्न

रांची के कुछ युवाओं ने चाइनीज ऐप बंद होने की खुशी में केक काटा है. उनका कहना है कि चाइनीज ऐप में टिक टॉक से युवाओं से लेकर बच्चे और बुढ़े भी अपना समय बर्बाद करते थे. सरकार का चीनी ऐप बैन करना का फैसला बिल्कुल सही है. इससे चीनी कंपनियों को सबक मिलेगी और भारत के खिलाफ लगातार कर रहे षड्यंत्र पर भी थोड़ा विराम लगेगा.

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Published : Jul 1, 2020, 5:58 PM IST

Youth celebrates ban on tik tok in Ranchi
केक काटकर मनाया जश्न

रांचीः59 चाइनीज ऐप में शामिल टिक टॉक बैन होने पर रांची के युवाओं ने केक काटकर जश्न मनाया है. इन युवाओं का कहना है कि देश और यहां के युवाओं के लिए केंद्र सरकार का यह बेहतर कदम है. युवा बेवजह अपना समय इन चाइनीज ऐप के जरिए बर्बाद कर रहे थे.

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भारत सरकार द्वारा चीन के 59 ऐप को बैन कर दिया गया है. जिसमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय ऐप टिक टॉक भी शामिल है. हालांकि सरकार के इस निर्णय का समर्थन पूरे देश के साथ-साथ झारखंड की राजधानी रांची के लोगों ने भी किया है. लोगों ने कहा है कि सिर्फ ऐप ही नहीं बल्कि चीनी वस्तुओं का भी बहिष्कार होना चाहिए.
रांची में केक काटकर मनाया गया जश्न
इसी कड़ी में रांची के कुछ युवाओं ने चाइनीज ऐप बंद होने की खुशी में केक काटा और चीन के तमाम वस्तुओं को बैन करने की मांग केंद्र सरकार से की है. युवाओं का कहना है कि यह कदम केंद्र सरकार को पहले ही उठाना चाहिए था, हालांकि देर आया है लेकिन दुरुस्त आया है. इससे चीनी कंपनियों को सबक मिलेगी और भारत के खिलाफ लगातार कर रहे षड्यंत्र पर भी थोड़ा विराम लगेगा. इन युवाओं की मानें तो टिक टॉक जैसे ऐप भारत के युवाओं और बच्चों को दिग्भ्रमित कर रहा था. उनकी पढ़ाई पूरी तरह चौपट हो रहा था. बच्चे भी दिन-दिन भर मोबाइल के साथ चिपके रहते थे और टिक टॉक जैसे ऐप में घंटों व्यस्त रहते थे.

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राष्ट्र सर्वोपरी
इन युवाओं का यह भी कहना है कि पहले की अपेक्षा में पिछले कुछ वर्षों से युवाओं में राष्ट्रभक्ति बड़ी है. इसलिए राष्ट्र के प्रति झारखंड के भी युवा समर्पित है और केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रहित में लिए गए सभी फैसलों का युवा वर्ग समर्थन जरुर करेंगे, क्योंकि राष्ट्रहित सर्वोपरि है.


पढ़ाई-लिखाई के आलावा शारीरिक खेलकूद भी हो रहा था प्रभावित
पढ़ाई लिखाई के अलावा खेलकूद भी बंद हो गया था और यह आदत में शुमार हो गया था. अब ऐसे ऐप का बैन हो जाना भारत में यहां के युवाओं के लिए फायदेमंद है और युवा अब अपने दिनचर्या में भी बदलाव करेंगे. यह एक अच्छा संकेत है इस दौरान खुशी में इन युवाओं ने केक भी काटा और जश्न मनाया.

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