रांची: जिले की महिलाएं अब महिला हिंसा, उत्पीड़न, दुष्कर्म, डायन-बिसाही जैसे मामलों को लेकर जागरूक हो रही हैं और एक दूसरे के साथ संवाद कर एकजुट भी होने लगी हैं. इसी के तहत राजधानी रांची में एक बैठक कर महिला समूह ने महिला विकास मंच का गठन किया है. यह विकास मंच शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार से अवगत कराएगी और उन्हें जागरूक भी करेगी.
कहा जाता है कि अत्याचार करना, अत्याचार देखना और अत्याचार बर्दाश्त करना भी एक जुर्म है और झारखंड में ऐसे कई वारदात हुए हैं. जहां महिलाओं ने अपने ऊपर हुए अत्याचार के खिलाफ आवाज ही नहीं उठाई है. अर्से से विभिन्न अत्याचार का शिकार लगातार होती रही है. हालांकि अब राजधानी रांची की महिलाएं सजग और जागरूक हो रही है और अत्याचार के खिलाफ आवाज भी उठाने लगी है. इसी कड़ी में राजधानी रांची में एक बैठक कर महिला समूह ने महिला विकास मंच का गठन किया. इस विकास मंच के जरिए अब महिलाएं शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को भी जागरूक करेगी. महिलाओं पर हो रहे अत्याचार अपराध को कोर्ट तक पहुंचाने का काम करेगी. इस महिला विकास मंच में जिले के कई बुद्धिजीवी महिलाओं के अलावे कई कॉलेजों की महिला प्रोफेशन भी सदस्य बनी है.