महिला सुरक्षा के लिए जारी व्हाट्सएप नंबर का मिल रहा बेहतर रिस्पांस, बिना थाने पहुंचे ही मामले का हो रहा समाधान - महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस की पहल
राज्य में डीजीपी एमवी राव के आदेश के बाद सभी जिलों में महिला सुरक्षा को लेकर व्हाट्सएप नंबर जारी किया गया. वहीं, हर जिले में नोडल पदाधिकारी भी बनाए गए. व्हाट्सएप नंबर जारी होने के बाद से छेड़खानी की वारदातें कम हुई हैं. इसका पॉजिटिव रिस्पांस देखने को मिल रहा है.
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Published : Dec 10, 2020, 8:32 PM IST
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Updated : Dec 10, 2020, 10:58 PM IST
रांची: झारखंड में नाबालिग और महिला सुरक्षा के लिए सभी जिलों में जारी किए गए व्हाट्सएप नंबर का पॉजिटिव रिस्पांस देखने को मिल रहा है. व्हाट्सएप नंबर पर आने वाली शिकायतों को लेकर त्वरित कार्रवाई करने की वजह से महिलाओं और छात्राओं का भरोसा पुलिस पर बढ़ा है.
झारखंड में नाबालिगों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए सभी जिलों में इसी वर्ष 20 अक्टूबर को व्हाट्सएप नंबर जारी किये गए थे. डीजीपी एमवी राव के आदेश के बाद सभी जिलों में नोडल पदाधिकारी भी बनाए गए हैं. डीएसपी और इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारियों के पास ये नंबर मौजूद है.
देखिए पूरी खबर
बिना थाना पहुंचे हो रहा मामले का समाधान
व्हाट्सएप नंबर जारी होने के बाद राजधानी रांची में छेड़खानी की वारदातें कम हुई हैं. रांची पुलिस के आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि व्हाट्सएप नंबर के जरिए नाबालिगों और महिलाओं को बिना थाना पहुंचे ही राहत पहुंचाया जा रहा है. राज्य के दूसरे जिलों में भी व्हाट्सएप नंबर पर शिकायतें लगातार आ रही हैं. झारखंड के डीजीपी एमवी राव के अनुसार महिलाओं के लिए जारी किए गए व्हाट्सएप नंबर का बेहद अच्छा रिस्पांस सामने आया है.
व्हाट्सएप नंबरों पर 610 शिकायतें
डीजीपी एमवी राव ने बताया कि यौन अत्याचार के मामलों में शिकायत के लिए सभी जिलों में व्हाट्सएप नंबर जारी किए गए हैं. इन नंबरों पर अबतक कुल 610 शिकायतें आयी हैं. राजधानी रांची में सर्वाधिक 109 गिरिडीह में 25, जमशेदपुर में 50 शिकायतें आयी. साहिबगंज, जामताड़ा और खूंटी में किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिली. 12 मामलों में पीड़िताओं ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने, 19 मामलों में प्रेम-प्रसंग में गर्भवर्ती हाने के बाद गर्भपात के लिए दबाव डालने की शिकायत आयी थी. इन मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है. राजधानी रांची और जमशेदपुर से छेड़खानी, ब्लैंक कॉल करने, प्रेम प्रसंग के बाद युवती की तस्वीरें रखने के कई मामले आये हैं. वहीं, अधिकांश केस पारिवारिक और पड़ोसियों से विवाद से जुड़े हैं.
एक साल से कर रहा था छेड़खानी
राजधानी रांची में ऑफिस जाने वाली एक युवती के साथ पिछले एक साल से छेड़खानी की जा रही थी. युवती के घर से निकलते के साथ ही एक युवक बाइक से उसका लगातार पीछा करता जब तक कि वह अपने कार्यालय नहीं पहुंच जाती. कार्यालय से लौटने पर भी वह युवक लगातार युवती का पीछा करता. परेशान होकर युवती ने व्हाट्सएप नंबर पर शिकायत की. युवती पीछा करने वाले युवक के बाइक का नंबर ही पहचानती थी. शिकायत आने के बाद इंस्पेक्टर ममता ने ट्रैफिक पुलिस की सहायता से पीछा करने वाले युवक के बाइक के नंबर को वांटेड लिस्ट में डाल दिया. वांटेड लिस्ट में डाले गए बाइक का नंबर अगर राजधानी रांची के किसी से भी इलाके से गुजरेगा तो सीसीआर में मौजूद कंप्यूटर में उसका एरिया लोकेट होगा. इसी आधार पर वह युवक पकड़ा गया. थाना लाने पर उसने माफी मांगी और बॉन्ड भरकर बकायदा कभी भी युवती को परेशान न करने का वादा किया. राजधानी रांची की युवतियां भी व्हाट्सएप नंबर जारी होने से काफी सुरक्षित महसूस कर रही हैं. उनका कहना है कि यह आज के दौर में बेहद जरूरी है, जहां आप बिना थाना जाए अपनी शिकायत पुलिस तक पहुंचा सकते हैं.
कई मामलों में एफआईआर
रांची के सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि व्हाट्सएप के जरिए लगातार शिकायतें पहुंच रही हैं. औसतन 3 से 4 शिकायतें राजधानी रांची में आ रही हैं, जिनका समाधान भी तुरंत किया जा रहा है. सिटी एसपी के अनुसार कई मामलों में प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. वहीं, घरेलू मामले जो सामने आए हैं उसमें महिला थाना के जरिए काउंसलिंग करवायी जा रही है.
इन परेशानियाें में करें कॉल या वाट्सएप पर मैसेज
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सोशल मीडिया पर छेड़छाड़ या टिप्पणी पर
सार्वजनिक स्थलों, स्कूल, कॉलेज, मल्टीप्लेक्स, मॉल या परिवहन माध्यमों पर छेड़छाड़ पर
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