रांची: गर्मी के मौसम आते ही जलस्तर नीचे चला जाता है, जिससे लोगों के बीच पानी के लिए हाहाकार मच जाता है. कांके प्रखंड के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्र सुकुरहुट्टू गांव में हर साल गर्मी में पानी की समस्या देखने को मिलती है. कई बार स्थानीय विधायक समरीलाल और तत्कालीन विधायक जीतू चरण राम ने सुकुरहुट्टू और पिठौरिया क्षेत्र में जलाशयों से पाइप लाइन के तहत पानी सप्लाई करने के लिए सरकार से प्रयास किया लेकिन अभी तक कामयाबी नहीं मिली है.
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जल मीनार हुआ खराब
पानी की किल्लत को देखते हुए सुकुरहुट्टू दक्षणी पंचायत भवन में झारखंड सरकार पेयजल और स्वच्छता विभाग की ओर से लाखों की लागत से जल मीनार तैयार किया गया है. कुछ माह तक चलने के बाद से ही खराब पड़ा हुआ है. इसे लेकर कई बार सुकुरहुट्टू के पूर्व उप मुखिया प्रभात भूषण ने कांके बीडीओ को अवगत कराया. जिसके बाद बीडीओ के तरफ से मरम्मत के लिए मिस्त्री भेजा गया लेकिन महीनों से जल मीनार का पाइप खोल कर लावारिस छोड़ दिया गया था.
ग्रामीणों ने लगाई है कई बार गुहार
सुकुरहुट्टू के ग्रामीणों ने बताया कि गर्मी का मौसम आते ही यहां पानी का स्तर नीचे चला जाता है. हैंडपंप, कुआं सूख जाते हैं. सुकुरहुट्टू गांव की आबादी कांके प्रखंड में सबसे ज्यादा है. लोग पानी के लिए कई किलोमीटर दूर जाते हैं. कई बार यहां के विधायकों से गुहार लगाई गई है कि यहां जल संकट दूर किया जाए लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं हुई है.