रांची:राजधानी रांची का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. इसकी वजह से नगर निगम क्षेत्र से कचरा निकलने की तादाद भी बड़े पैमाने पर बढ़ी है, लेकिन कचरा डंपिंग यार्ड का विस्तार नहीं हो पाया है. ऐसे में कचरा डंपिंग यार्ड में कचरे का पहाड़ खड़ा होता जा रहा है.
रांची नगर निगम क्षेत्र से निकलने वाले कचरे के लिए झिरी इलाके में कचरा डंपिंग यार्ड बनाया गया है. जहां घरों से निकलने वाले कचरे को सबसे पहले शहर के अंदर बने मिनी कचरा डंपिंग यार्ड में ले जाया जाता है. वहां से फिर मुख्य कचरा डंपिंग यार्ड झिरी पहुंचाया जाता है. लेकिन आलम यह है कि झिरी में कचरे का पहाड़ बन गया है. कचरे के निष्पादन के लिए फिलहाल कोई ठोस व्यवस्था नहीं की जा सकी है. जिससे बदबू फैल रही है साथ ही हवा और भूजल प्रदूषित हो रहे हैं. जबकि कई शहरों में अब कचरे से बिजली बनाने के काम भी शुरू हो चुका है.
कचरे के निष्पादन के लिए कंपनी से किया गया करार
शहर की मेयर आशा लकड़ा का कहना है कि नगर निगम की ओर से कचरे के निष्पादन के लिए एक कंपनी के साथ टेंडर किया गया था, लेकिन कंपनी ने सही से काम नहीं किया इसलिए उसे हटा दिया गया. हालांकि, फिर से कचरे के निष्पादन के लिए प्रक्रिया जारी की गई है और वहां कचरे के निष्पादन के लिए प्लांट लगाने के लिए कंपनी से बातचीत की जा रही है. सरकार के पास टेंडर के लिए प्रपोजल भी भेजा गया है. जैसे ही सरकार की ओर से अनुमति मिलेगी डंपिंग यार्ड मे रीसाइकिल और डिस्पोजल को लेकर प्लांट लगाया जाएंगा. आशा लकड़ा का कहना है कि उन्होंने कहा कि कई शहरों के कचरा डंपिंग यार्ड का निरीक्षण किया गया है और उसी के तहत झिरी डंपिंग यार्ड में भी कचरा निष्पादन की व्यवस्था की जाएगी.