रांचीःशहर के बीचोंबीच स्थित बड़ा तालाब जो विवेकानंद सरोवर के नाम से भी जाना जाता है, इसके सौंदर्यीकरण के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं, लेकिन अब तक इसमें गंदे नाले के पानी के बहाव को नहीं रोका जा सका है, जिसकी वजह से तालाब का पानी सड़ने लगा है और बदबू से लोग परेशान हैं. साथ ही आसपास के घरों में स्थित कुएं के पानी के दूषित होने की शिकायत भी स्थानीय कर रहे हैं, लेकिन इस पर प्रशासन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
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पानी की क्वॉलिटी पूरी तरह खराब
दरअसल, कोरोना संक्रमण काल के दौरान नगर निगम की ओर से बड़ा तालाब में जलकुंभी की समस्या के समाधान के लिए लगातार कार्रवाई की गई, जिसके बाद तालाब साफ जरूर हुआ लेकिन अब तक शहर के बड़े इलाके के नाले के गंदा पानी को तालाब में आने से नहीं रोका जा सका है. इसकी वजह से पानी की क्वॉलिटी पूरी तरह से खराब हो गई है. कई बार बड़े तालाब की मछलियां भी मरी हुई मिली हैं, माना जाता है कि उसका कारण प्रदूषण है. रांची झील बचाओ अभियान समिति लगातार इसके लिए आंदोलनरत रही है. समिति का कहना है कि सफाई का कार्य भले ही नगर निगम की ओर से किया जा रहा है, लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी नाले का पानी तालाब में आने से रोकना है, जिस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में बड़ा तालाब से हाईकोर्ट तक समिति न्याय मार्च निकालकर तालाब के सफाई की गुहार लगाएगी.