रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने जानकारी दी कि पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कृषि कानून को लेकर मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से बिहार और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों के किसानों से चर्चा की है. इसको लेकर उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से लाये गये तीन कृषि कानूनों पर पूरे देश में विरोध हो रहा है. हर दिन झारखंड, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अलावा अलग-अलग राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. इस लड़ाई में कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी है.
उन्होंने बताया कि वर्चुअल संवाद में किसानों ने पुरजोर तरीके से इस कानून का विरोध किया है. एक किसान ने तो राहुल गांधी से कहा कि अगर आज महात्मा गांधी जिंदा होते तो वे भी नरेंद्र मोदी सरकार के इस कानून का विरोध करते. एक अन्य किसान ने कहा कि इस बिल से अंबानी, अडानी जैसे लोगों का ही लाभ होने वाला है और साधारण किसानों की मुश्किलें बढ़ जाएगी. उन्होंने कहा है कि आवश्यक वस्तु अधिनियम ने प्रभावी ढंग से जमाखोरी को कानूनी रुप दे दिया है. मूल्य आश्वासन और कृषि सेवाओं पर किसान समझौता अध्यादेश 2020 मूल्य निर्धारण की प्रक्रिया को निर्धारित नहीं करता. कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य अधिनियम 2020 एपीएमसी को खत्म करता है और खाद्यान्न की खरीद का आश्वासन समाप्त करता है.
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