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लापरवाही! चांसलर पोर्टल से नामांकन ना लेकर कॉलेज के प्राचार्य ने कराया सीधा नामांकन - रांची विश्वविद्यालय की खबरें

रांची यूनिवर्सिटी के बीएनजे कॉलेज सिसई में नियमों को ताक पर रख कर 144 छात्रों का नामांकन ले लिया गया है. तमाम नियम को दरकिनार कर मैनुअल फीस भी लिया गया है, जबकि कोरोना काल में चांसलर पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन राशि जमा किया जाना है.

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रांची यूनिवर्सिटी

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Published : Sep 27, 2020, 1:30 AM IST

रांची: रांची यूनिवर्सिटी के बीएनजे कॉलेज सिसई में नियमों को ताक पर रख कर 144 छात्रों का नामांकन ले लिया गया है. कॉलेज के प्राचार्य कि माने तो उन्हें इसकी बिल्कुल जानकारी ही नहीं है.

गड़बड़ी की भनक रांची विश्वविद्यालय को देर से लगी
इस पूरे मामले में कॉलेज में नियमों का उल्लंघन हुआ है. सीधे विद्यार्थियों का नामांकन ले लिया गया है. विडंबना ये है कि इतनी बड़ी गड़बड़ी की भनक रांची विश्वविद्यालय को भी नहीं लगी. जब 144 छात्रों का नामांकन ले लिया गया तब विवि को इसकी जानकारी मिली.

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चांसलर पोर्टल के माध्यम से हो रहा है नामांकन
कोरोना काल में चांसलर पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन राशि जमा किया जाना है. लेकिन तमाम नियम को दरकिनार कर मैनुअल फीस भी लिया गया. सेलेक्शन लिस्ट में नाम आने के बाद सीधे कॉलेज काउंटर पर जाकर 144 स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया है. नामांकन लेने वाले छात्रों की मुसीबतें बढ़ गई हैं. लेकिन विश्वविद्यालय ने छात्र हित का ख्याल रखते हुए इस गलती को सुधार करने की अनुमति प्रदान कर दी है और इस पूरे मामले पर कॉलेज को गलती का जिम्मेदार ठहराया गया है. सभी कालेजों को जानकारी है कि कॉलेज में नामांकन चांसलर पोर्टल के माध्यम से ही ऑनलाइन लिया जा रहा है. इसके लिए ऑनलाइन शुल्क भी जमा किया जा रहा है. इसके बाद भी कॉलेज के प्राचार्य का यह कहना कि पूरे मामले की जानकारी उन्हें नहीं है, यह एक लापरवाही का मामला है.

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144 विद्यार्थियों का नामांकन हो चुका था
दरअसल, इस पूरे मामले की जानकारी तब मिली जब फर्स्ट मेरिट लिस्ट जारी हुआ. इसके बाद प्रिंसिपल की अनुमति से नगद राशि देकर एडमिशन शुरू की गई. इस बीच 28 अगस्त को कॉलेज प्रबंधन को जानकारी मिली कि पेमेंट गेटवे के माध्यम से शुल्क ऑनलाइन जमा करना है. इसके बाद कॉलेज में चल रहे एडमिशन पर रोक लगा दी गई. तब तक 144 विद्यार्थियों का नामांकन हो चुका था.

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