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सीएम हेमंत सोरेन से BAU के वीसी ने की मुलाकात, विश्वविद्यालय के वर्तमान हालात की दी जानकारी - बीएयू कुलपति ने की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात

रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बीएयू के कुलपति ने शिष्टाचार मुलाकात की. इस दौरान कुलपति ने हेमंत सोरेन को विश्वविद्यालय के वर्तमान हालात के बारे में बताया और शोध और प्रसार क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी.

vc of bau meets cm hemant soren in ranchi
सीएम हेमंत सोरेन से मिले कुलपति

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Published : Jan 10, 2021, 2:00 PM IST

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ओंकार नाथ सिंह ने झारखंड मंत्रालय में गुरूवार को मुलाकात की. यह उनकी पहली शिष्टाचार भेंट थी. कुलपति ने मुख्यमंत्री को कोविड–19 के मद्देनजर विश्वविद्यालय में ऑनलाइन पठन–पाठन और विद्यार्थियों को समय पर डिग्री प्रदान करने और कृषि शिक्षा, शोध और प्रसार कार्य जारी रखने और बीएयू की वर्तमान हालत के साथ शोध और प्रसार क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी.

शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों की कमी के बारे में बताया. नियमित शिक्षकों और अधिकारियों की नियुक्ति नहीं होने पर पठन–पाठन सहित अन्य एकेडमिक और प्रशासनिक कार्यों पर प्रतिकूल असर और जेपीएससी में लंबित नियुक्तियों की जानकारी दी.

कुलपति ने मुख्यमंत्री से चाईबासा के खूंटपानी में उद्यान महाविद्यालय का नामकरण और नवनिर्मित भवन का उदघाटन करने का अनुरोध किया. इसके साथ ही फरवरी माह में प्रस्तावित राज्यस्तरीय एग्रोटेक किसान मेला के सफल संचालन में सहयोग मांगा. कुलपति ने केवीके से जिलों के अनुरूप समन्वित कृषि प्रणाली के विकास पर पहल की जानकारी दी.

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कुलपति ने बताया कि प्रदेश के किसान और विश्वविद्यालय हित में यह मुलाकात काफी सकारात्मक रही. मुख्यमंत्री ने सभी मुद्दों को गंभीरता से सुना और हर संभव सहयोग मुहैया कराने की बात कही. उन्होंने प्रदेश की किसानों की सम्पन्नता के लिए वैज्ञानिकों को कड़ी मेहनत करने और प्रदेश हितों की रक्षा के लिए विश्वविद्यालय को निरंतर परिश्रम में लगे रहने को कहा. प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में कुपोषण की समस्या के निदान के लिए पोषणयुक्त गुणवत्ता वाले धान सहित खाद्यान फसलों के विकास करने, फसल उत्पादों के प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन, गन्ना, काजू और अन्य नगदी फसलों की खेती को बढ़ावा और लाभकारी कृषि तकनीकों के विकास और प्रसार पर पहल करने को कहा.

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