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नगर विकास विभाग के सहायक निदेशक के कारनामे से मंत्री सीपी सिंह नाराज, जांच के लिए लिखेंगे पत्र

रांची में ईटीवी भारत की खबर का एक बार फिर असर हुआ है. नगर विकास विभाग में सहायक निदेशक संजय कुमार के कारनामे की खबर प्रकाशित करने के बाद विभागीय मंत्री सीपी सिंह ने संज्ञान लिया है. मंत्री सीपी सिंह ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर जांच की बात कही है.

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Published : Jul 16, 2019, 1:58 PM IST

Updated : Jul 16, 2019, 5:37 PM IST

रांचीः बायोमेट्रिक्स हाजरी सिस्टम के बेजा इस्तेमाल पर नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने सख्ती दिखाई है. ईटीवी भारत की खबर पर संज्ञान लेते हुए उन्होंने अधिकारियों को दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी है. नगर विकास विभाग के नगरीय प्रशासन निदेशालय में सहायक निदेशक संजय कुमार की मनमानी पर मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि वे मुख्य सचिव डीके तिवारी का पत्र लिखकर जांच के लिए निर्देशित करेंगे. इसके बाद दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

नगर विकास मंत्री सीपी सिंह

जहां काम, वहीं हाजिरी
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि जिसकी जहां ड्यूटी लगाई गई है, वो वहीं पर हाजिरी बनाए. प्रोजेक्ट भवन के पास एफएफपी बिल्डिंग में ड्यूटी लगी है, तो नेपाल हाउस सचिवालय में हाजिरी बनाना गलत है. बायोमेट्रिक्स सिस्टम में हाजिरी बनाने को लेकर पहले ही दिशानिर्देश जारी किए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि जब अधिकारी इस तरह का काम करने लगेंगे तो नीचे के कर्मचारियों से क्या उम्मीद की जाएगी.

अधिकारियों की गलती क्षमा योग्य नहीं
मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि सामान्य व्यक्ति को गलती करने पर दंड मिले और अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं हो, ये न्यायसंगत नहीं है. उन्होंने ये भी कहा कि सहायक निदेशक संजय कुमार के मामले की जांच होगी और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. वे मुख्य सचिव डीके तिवारी का पत्र लिखकर जांच के लिए कहेंगे.

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संजय कुमार का कारनामा
संजय कुमार नगर विकास विभाग के नगरीय प्रशासन निदेशालय में सहायक निदेशक हैं. इनका ऑफिस एचईसी में प्रोजेक्ट भवन के पास स्थित FFP बिल्डिंग में है. कायदे से इनको उसी बिल्डिंग में लगे बायोमेट्रिक्स सिस्टम में हाजिरी बनानी है लेकिन वे FFP बिल्डिंग से करीब 8 किलोमीटर दूर डोरंडा स्थित नेपाल हाउस सचिवालय में अपनी हाजिरी अक्सर बनाया करते हैं. ईटीवी भारत की पड़ताल में पता चला कि सहायक निदेशक संजय कुमार बायोमेट्रिक्स हाजरी सिस्टम का बेजा इस्तेमाल कर रहे हैं.

सहायक निदेशक संजय कुमार की हाजिरी की कॉपी

नगर विकास विभाग के सहायक निदेशक संजय कुमार ने 26 जून से 10 जुलाई के बीच 6 दिन तक नेपाल हाउस में हाजिरी बनाई है. नियम के मुताबिक सभी अधिकारियों और पदाधिकारियों को सुबह 10 बजे तक ऑफिस पहुंच जाना है लेकिन इस मामले में संजय कुमार लापरवाही बरत रहे है. ईटीवी भारत की टीम ने इस बात की भी पड़ताल की कि नगर विकास विभाग के सहायक निदेशक संजय कुमार नेपाल हाउस में हाजिरी बनाने में दिलचस्पी क्यों रखते हैं? दरअसल नेपाल हाउस के पीछे वाली गेट के बगल में ही स्थित बिल्डिंग में उनका आवास है लिहाजा, इसका फायदा उठाना उनकी आदत बन गई है.

सहायक निदेशक संजय कुमार की कार

मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन
अपने ऑफिस के बजाय दूसरे ऑफिस में जाकर बायोमेट्रिक्स के जरिए हाजिरी बनाने के अलावा सहायक निदेशक संजय कुमार मोटर व्हीकल एक्ट का भी उल्लंघन कर रहे हैं. उन्होंने नियमों के खिलाफ निजी गाड़ी में अपने नाम और पदनाम का बड़ा प्लेट लगवा रखा है.

अपर मुख्य सचिव का पत्र

क्या कहता है नियम
झारखंड के मुख्य सचिव ने 3 अप्रैल 2019 को अपने अर्द्ध सरकारी पत्र के जरिए स्पष्ट किया था कि बायोमेट्रिक प्रणाली के जरिए उपस्थिति का रिकॉर्ड देखने के बाद ही वेतन निर्गत करना है. मुख्य सचिव के पत्र से पहले सरकार के अपर मुख्य सचिव केके खंडेलवाल ने 2 अप्रैल 2019 को सभी विभागों के हेड के नाम इस व्यवस्था को सुनिश्चित कराने के लिए पत्र जारी किया था. इसके अनुसार जिसकी ड्यूटी जहां लगाई गई है, वो वहीं के बायोमेट्रिक सिस्टम में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएगा.

Last Updated : Jul 16, 2019, 5:37 PM IST

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