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बीआईटी मेसरा के विद्यार्थियों ने बनाया कूलिंग हेलमेट, सरकार से मांगी गई मदद - यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक बीआईटी मेसरा

यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक बीआईटी मेसरा के विद्यार्थियों और शिक्षकों ने मिलकर एक ऐसा हेलमेट तैयार किया है, जिसे पहनने के बाद लोग बार-बार पहनना चाहेंगे. हेलमेट में कूलिंग सिस्टम लगाया गया है. इस हेलमेट को पहनने वाले लोगों को गर्मी और बेचैनी जैसी परेशानी नहीं होगी.

University Polytechnic students made a cooling helmet in ranchi
यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक

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Published : Nov 13, 2020, 8:33 AM IST

रांची: राज्य सरकार के कल्याण विभाग और बीआईटी मेसरा के संयुक्त तत्वाधान में संचालित यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के विद्यार्थियों और शिक्षकों ने बाइक चलाने वाले लोगों के लिए एक खास हेलमेट तैयार किया है. इस हेलमेट का नाम कूलिंग हेलमेट दिया गया है. उसकी जानकारी यूनिवर्सिटी प्रबंधन की ओर से दी गई है.

देशभर में हो रहे दुर्घटनाओं के बावजूद लोग बहाना बनाकर हेलमेट पहनना नहीं चाहते हैं, लेकिन यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक बीआईटी मेसरा के विद्यार्थियों और शिक्षकों ने मिलकर एक ऐसा हेलमेट तैयार किया है, जिसे पहनने के बाद लोग बार-बार पहनना चाहेंगे. जानकारी के मुताबिक, हेलमेट में कूलिंग सिस्टम लगाया गया है. इस हेलमेट को पहनने वाले लोगों को गर्मी और बेचैनी जैसी परेशानी नहीं होगी. यह हेलमेट उन्हें गर्मी के दिनों में काफी राहत महसूस करवाएगा. एक लंबे अंतराल तक हेलमेट को पहनकर रखा जा सकता है. बाहरी तापमान की तुलना में हेलमेट के अंदर का तापमान को तकनीकी मदद से बेहतर बनाया गया है. हेलमेट में एक सेंसर भी लगाया गया है. हेलमेट के अंदर माइक्रो फैन लगाए गए हैं. इलेक्ट्रिक चार्जिंग की मदद से इस हेलमेट को चार्ज भी किया जाता है.

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सरकार से भी मांगी गई मदद

इस हेलमेट को बाजार में उतारने के लिए यूनिवर्सिटी प्रबंधन की ओर से इस प्रोजेक्ट के संबंध में परिवहन विभाग और राज्य सरकार के उच्च शिक्षा विभाग को भी अवगत कराया गया है ताकि वह इस प्रोजेक्ट को देखने के बाद इस पर मुहर लगाए और इसे किफायती दामों में बेचकर हेलमेट के महत्व के बारे में भी लोगों को आसानी से बताया जा सके. यह प्रोजेक्ट इस यूनिवर्सिटी का एक सफल प्रोजेक्ट माना जा रहा. प्रबंधन की माने तो शिक्षकों के भी मदद इस प्रोजेक्ट को तैयार करने में लिया गया है. मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विद्यार्थियों का योगदान भी इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए रहा है.

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