रांची: 25 मार्च से पूरा देश लॉकडाउन है. लेकिन जल्दबाजी में की गई घोषणा का सबसे ज्यादा खामियाजा उन ट्रक चालकों को उठाना पड़ा जो अलग-अलग राज्यों से अलग-अलग राज्यों के लिए बड़े-बड़े ट्रकों में सामान लेकर सड़कों पर थे. लेकिन प्रधानमंत्री की घोषणा के साथ ही अचानक गाड़ियों की रफ्तार पर ब्रेक लग गई. नतीजा यह हुआ कि तमाम एनएच पर जाम लग गया.
जायजा लेते वरिष्ठ सहयोगी राजेश सिंह भुखमरी की स्थिति
सिस्टम यह नहीं समझ पाया कि खाद्य सामग्री लदे ट्रकों को लॉकडाउन से अलग रखना था. लेकिन इस बात को समझने में देरी हो गई. जब तक बात समझी जाती तब तक सड़क किनारे ट्रक खड़े करने वाले ड्राइवरों के सामने भुखमरी की स्थिति आन पड़ी. क्योंकि तमाम ढाबे बंद हो चुके थे.
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ईटीवी भारत की टीम ने की पड़ताल
रांची में ही ओरमांझी के पास टोल नाका पर राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों की ट्रकें सड़क किनारे लगी हुई हैं. ईटीवी भारत की टीम ने इसकी पड़ताल की तो पता चला कि ट्रकों में कई तरह के सामान लोड हैं. इनमें कई ट्रकों में खाद्य सामान भी हैं. इसकी जानकारी दी ट्रकों की देखरेख कर रहे ओरमांझी के स्थानीय शख्स सुखदेव ने.
ट्रक चालक हुए परेशान
सुखदेव ने बताया कि जब लॉकडाउन की घोषणा हुई तब ट्रकों की रफ्तार पर ब्रेक लग गई. दूसरे राज्यों के ड्राइवर थे और उनके पास भोजन की व्यवस्था नहीं थी. इसलिए सभी ने ट्रक को सड़क किनारे लगाया और यह कहकर निकल गए कि जब स्थिति सामान्य होगी तब लौटेंगे.
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खाद्य वस्तुओं से लदे तमाम गाड़ियों को निकलवाना शुरू किया
हालांकि, देर से ही सही सिस्टम को इसकी समझ आई और एनएच पर फंसी खाद्य वस्तुओं से लदे तमाम गाड़ियों को निकलवाना शुरू किया गया. सबसे खास बात है कि झारखंड सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि झारखंड के सीमावर्ती राज्यों मसलन बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और ओडिशा जाने वाले ट्रकों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं लगेगी.