रांची:आदिवासी समाज की सदियों पुरानी सरना धर्म कोड की मांग का आंदोलन एक बार फिर जोर पकड़ता दिख रहा है. केंद्रीय सरना समिति आदिवासी सेंगल अभियान और अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के संयुक्त तत्वाधान में 15 अक्टूबर को राज्यव्यापी चक्का जाम करने का ऐलान किया गया है. इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए आदिवासी बहुल जिलों में जनसंपर्क अभियान भी चला कर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया गया है. ताकि बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग सड़क पर उतर कर सरना धर्म कोड की मांग को बुलंद कर सकेंगे.
सरना धर्म कोड की मांग पर अड़े आदिवासी समाज, 15 अक्टूबर को राज्यव्यापी चक्का जाम का ऐलान - Tribal organization will chakka jaam on October 15
सदियों पुरानी सरना धर्म कोड की मांग को लेकर आदिवासी समाज गोलबंद हो रहे हैं. इसे लागू करने की मांग को लेकर 15 अक्टूबर को राज्यव्यापी चक्का जाम करने का ऐलान किया है.
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सरना धर्म कोड की मांग
सरना धर्म कोड की मांग
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केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि 15 अक्टूबर को राज्य चक्का जाम कर विरोध करने का काम किया जाएगा और इस कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर विभिन्न जिलों में जनसंपर्क अभियान चलाया गया है. सरना धर्म कोड की मांग को लेकर विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ-साथ हिंदू और मुस्लिम संगठन ने भी अपना सहमति देने की बात की है.