रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र में सरना धर्म कोड की प्रस्ताव पास कराने की मांग को लेकर कई आदिवासी सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने बैठक की. सरना धर्म कोड की मांग को लेकर आदिवासी समाज के लोग अब आर पार के मूड में हैं. इसको लेकर कई तरह की रणनीति भी बनाई है.
आंदोलन की चेतावनी
आदिवासी सामाजिक संगठन के प्रतिनिधियों ने पक्ष और विपक्ष के सभी विधायकों से मिलकर सदन में सरना धर्म कोड की मांग उठाने की आग्रह की है, ताकि 5 दिनों का मानसून सत्र में सरना धर्म कोड का प्रस्ताव विधानसभा से पारित कराया जा सके. बावजूद इसके सदन में सरना धर्म कोड की आवाज नहीं उठी तो आगे उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
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सीएम से आस
आदिवासी समाज के लोग कई मांग को लेकर आंदोलन करते रहे हैं. राज्य के तमाम राजनीतिक दलों ने इस मुद्दा को चुनावी घोषणा में रख सत्ता का सुख भोगते रहे हैं. सूबे में बनी हेमंत सरकार से आदिवासी समाज को एक आस जगी है कि इस बार इन्हें अपना सरना धर्म कोड मिल जाएगा.