रांची: झारखंड के व्यापारियों ने मंडी शुल्क बढ़ाने को लेकर विरोध शुरू कर दिया है. राज्य भर के सभी खाद्यान्न व्यापारियों ने काला बिल्ला लगाकर विरोध जताया और सरकार से बढ़ाए गए मंडी शुल्क को वापस लेने की मांग की है. व्यापारियों के अनुसार मंडी शुल्क में बढ़ोतरी से उत्पादों के दाम में बढ़ोतरी होगी. जिसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ेगा. व्यापारियों ने 15 मई तक मंडी शुल्क वापस नहीं लेने पर 16 मई से पूरे झारखंड में हड़ताल की चेतावनी दी है.
झारखंड में मंडी शुल्क बढ़ाने के सरकार के फैसले का विरोध, व्यापारियों ने दी 16 मई से हड़ताल की चेतावनी
झारखंड में मंडी शुल्क बढ़ाने के विरोध में व्यापारियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है. काला बिल्ला लगाकर व्यापारियों ने सरकार से मंडी शुल्क नई दर को वापस लेने की मांग की. व्यापारियों ने 15 मई तक नई मंडी शुल्क वापस नहीं लेने पर 16 मई से पूरे झारखंड में हड़ताल की चेतावनी दी है.
कृषि उपज और पशुधन विवरण विधेयक 2022: झारखंड के व्यापारी झारखंड के व्यापारी कृषि उपज और पशुधन विवरण विधेयक 2022 को लेकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं.व्यापारियों ने बात नहीं माने जाने पर प्रदर्शन को जारी रखने की चेतावनी दी है. मंडी शुल्क के विरोध में चेंबर ऑफ कॉमर्स ने जानकारी देते हुए बताया कि 21 अप्रैल को सभी व्यापारी अपने अपने प्रतिष्ठानों के बाहर पोस्टर लगाकर विरोध दर्ज कराएंगे. इसके अलावा भी आने वाले समय में उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराएंगे.
बढ़ जाएगी मंहगाई:-प्रदर्शन कर रहे व्यापारियों ने कहा सरकार हमारी बात पर विचार नहीं करती है तो आने वाले समय में वह सीएम से मुलाकात कर मंडी शुल्क वापस लेने का ज्ञापन सौंपेंगे. सभी व्यापारियों का कहना है कि मंडी शुल्क के बढ़ने से राज्य में महंगाई और भी बढ़ जाएगी क्योंकि कोरोना के बाद व्यापारी काफी मुश्किल से खुद को खड़े कर रहे हैं. वैसे में यदि सरकार की तरफ से मंडी शुल्क वसूली जाएगी तो यह काला कानून से कम नहीं माना जाएगा.