रांची: स्वतंत्रता दिवस के दिन प्रत्येक वर्ष मिठाईयां बांटी जाती हैं और इनमें सबसे खास होता है जलेबी. लेकिन इस वर्ष कोविड-19 के कारण जलेबी बनाने वाले हलवाई पर खासा असर पड़ा है. पहले से ही उनका व्यवसाय ध्वस्त था. ऐसे में राष्ट्रीय पर्व के मौके पर भी जलेबी समेत अन्य मिठाइयों की भी डिमांड न के बराबर दिखी. हालांकि, राजधानी रांची के कुछ जगह पर ठेले और खोमचे में जलेबी की बिक्री खूब हुई. स्थानीय लोग जलेबी लेने पहुंचे, जबकि इससे इतर बड़े दुकाने बंद ही दिखी.
जलेबी खाने का चलनस्वतंत्रता दिवस के दिन जलेबी खाने का चलन हमेशा ही रहा है. इस राष्ट्रीय पर्व के मौके पर व्यंजन में जिलेबी न हो ऐसा हो ही नहीं सकता है. लेकिन, इस वर्ष कोविड-19 के संक्रमण ने पूरी व्यवस्था को ही प्रभावित कर दिया है. न तो मिठाइयां ही बांटी जा रही हैं और न ही एक दूसरे के साथ गले मिलकर स्वतंत्रता दिवस की बधाइयां दी जा रही है. मिठाई व्यवसाय में भी इसका असर देखने को मिल रहा है. प्रत्येक वर्ष खासकर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तरह-तरह के मिठाई के साथ जलेबी बांटे जाने की परंपरा हमेशा ही रही है. सभी मिठाई दुकानों में कुछ हो न हो लेकिन जेलेबी जरूर रहता था.
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शहर के अधिकतर मिठाई के बड़े दुकान बंद
शहर के अधिकतर मिठाई के बड़े दुकान बंद दिखे. लेकिन सड़कों पर ठेले खोमचे लगाने वाले जलेबी की दुकान पर आम लोगों की भीड़ जरूर दिखी. घर परिवार के लोग शौक पूरा करने के लिए जलेबी लेने बाजार निकले, लेकिन बाजार में भी सन्नाटा पसरा है. कुछ एक ठेले पर ही जलेबी बनाए जा रहे हैं.