रांचीः राजधानी के बीचो-बीच गुजरने वाली नामकुम स्वर्णरेखा नदी मानसून में भी दम तोड़ती नजर आ रही है. स्वर्णरेखा नदी का पानी 3 महीने लॉकडाउन के बाद भी साफ नहीं हुआ. दिन प्रतिदिन इस नदी का जलस्तर भी कम होता जा रहा है. पिछली सरकार ने करोड़ों की लागत से इस नदी की साफ-सफाई कराई थी. बावजूद नदी अब धीरे-धीरे दम तोड़ती नजर आ रही है.
दम तोड़ती नामकुम की स्वर्णरेखा नदी, नाले में हुई तब्दील, जलस्तर भी घटा - Swarnarekha River of Ranchi
झारखंड का धरोहर कहा जाने वाला स्वर्णरेखा नदी का पानी दिन-प्रतिदिन और काला होता जा रहा है. इस नदी की साफ-सफाई के लिए पिछली सरकार ने भी करोड़ों रुपए बहाए. बावजूद इसके हालत अब भी वैसी ही है. ऐसे में वर्तमान सरकार को इस ओर ध्यान देना जरूरी है.
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शहर के बीचो-बीच नदी होने के कारण शहर से निकलने वाले सभी नाले का गंदा पानी स्वर्णरेखा नदी में प्रतिदिन गिरता है. जिसकी वजह से इस नदी का पानी पूरी तरह से काला हो चुका है. लोगों का कहना है कि शहर के सभी नाले के पानी की वजह से यह नदी अब किसी लायक नहीं रह गया है, जबकि इस नदी को झारखंड का धरोहर भी माना जाता है. नामकुम स्थित स्वर्णरेखा घाट पर छठ पूजा समेत कई धार्मिक कार्य और अनुष्ठान इस नदी पर किया जाता है. बावजूद इसके नदी को बचाने के लिए किसी का ध्यान इधर नहीं है. करोड़ों रुपए पिछली सरकार के द्वारा इस नदी में खर्च करने के बाद भी यह नदी की स्थिति नदी से अब नाले में तब्दील हो गई है.