रांची: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी के ट्वीट से सियासी घमासान मचा हुआ है. सुशील मोदी का आरोप है कि रांची के रिम्स स्थित केली बंगला में इलाजरत सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू यादव, बिहार में एनडीए विधायकों को फोन पर प्रलोभन दे रहे हैं. इस मामले को लेकर आज बिहार विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ, वहीं रांची में सियासी घमासान मचा हुआ है.
जेल मैनुअल के उल्लंघन का आरोप
सुशील मोदी ने ट्वीट किया है कि लालू यादव रांची से एनडीए के विधायकों को फोन कर रहे हैं और उन्हें मंत्री बनाने का आश्वासन दे रहे हैं. सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में एक नंबर का जिक्र किया है, जिससे कथित तौर पर विधायक ललन पासवाने को फोन गया था. सुशील मोदी के अनुसार उस नंबर पर जब उन्होंने कॉल किया तो लालू यादव से बात हुई. लिहाजा जेल मैनुअल का भी उल्लंघन हो रहा है.
इरफान अंसारी का है मोबाइल नंबर
सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में जिस नंबर का जिक्र किया है, वह नंबर लालू यादव के सेवक के रूप में तैनात इरफान अंसारी का है. इरफान अंसारी का फोन नंबर कल शाम से ही डायवर्ट मोड में है. फिलहाल इरफान अंसारी भूमिगत हो गए हैं. लालू यादव के तीन सेवादार हैं. सेवादार इरफान अंसारी राजद का प्रदेश महासचिव भी है. इरफान अंसारी खुद को लालू यादव का दत्तक पुत्र बताते हैं.
सुर्खियों में आने के लिए लालू को कर रहे बदनाम
झारखंड राजद के वरीय उपाध्यक्ष राजेश यादव ने ईटीवी भारत को कहा कि सुशील मोदी हमेशा से षड्यंत्रकारी रहे हैं. राजेश यादव का मानना है कि लालू यादव की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है, इसलिए पूरे मामले को नया रंग देने के लिए ऐसा किया जा रहा है.
राजद की प्रवक्ता स्मिता लकड़ा और रांची जिला अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार अंसारी ने ईटीवी भारत से बात के दौरान सुशील मोदी पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी हमेशा से लालू यादव के नाम पर राजनीति करते रहे हैं. बिहार में उनकी भूमिका नीतीश कुमार के स्टेपनी के रूप में रही है. सुशील मोदी का बिहार में कोई जनाधार नहीं है. इसी वजह से विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा ने उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता भी दिखा दिया. अब सुशील मोदी को कुछ नहीं मिल रहा था इसलिए उन्होंने लालू यादव के नाम पर सुर्खियां बटोरने की कोशिश की है.