झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / city

RJD प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद पार्टी से निष्कासित, लगा अनुशासनहीनता का आरोप - झारखंड विधानसभा चुनाव 2019

आरजेडी के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद को पार्टी से अनुशासनहीनता के कारण 6 वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया है. प्रदेश प्रवक्ता अनीता यादव ने कहा कि पार्टी में लगातार उनकी तरफ से बयानबाजी की जा रही थी. जिसके बाद उनपर ये कार्रवाई की गई है.

आरजेडी कार्यालय

By

Published : Nov 10, 2019, 6:13 PM IST

रांची: आरजेडी के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद को पार्टी से अनुशासनहीनता के कारण 6 वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया है. प्रदेश प्रवक्ता अनीता यादव ने कहा कि पार्टी में लगातार उनकी तरफ से बयानबाजी की जा रही थी जिसके कारण प्रदेश अध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद को तत्काल पद से पद मुक्त करते हुए पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया है.

देखें पूरी खबर

'1976 से पार्टी के साथ'
उधर, पार्टी से निष्कासित करने के बाद सुरेंद्र प्रसाद ने कहा कि उन्होंने पार्टी से अलग किसी भी प्रकार का कोई भी बयानबाजी नहीं किया है. उन्होंने कहा कि उन्हें जो जानकारी रहती है पार्टी के संदर्भ में ही मीडिया के समक्ष रखते हैं. ऐसे में उन्हें पार्टी से निष्कासित करना कहीं से भी न्यायसंगत नहीं है. उन्होंने कहा कि वह 1976 से राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से जुड़े रहे हैं.

ये भी पढ़ें-आज शाम तक कांग्रेस पहले चरण की सूची करेगी जारी, 6 प्रत्याशियों के नाम आएंगे सामने- आलमगीर आलम

'लालूजी के विचारधाराओं से प्रभावित'
सुरेंद्र प्रसाद ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष की तरफ से निष्कासित करना वह नहीं मानते हैं क्योंकि वह पार्टी से लालू प्रसाद यादव के विचारधाराओं के साथ जुड़े हुए हैं. ऐसे में लालू प्रसाद यादव भी उन्हें पार्टी से निकालेंगे तो वह नहीं निकलेंगे, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह पार्टी कार्यालय में आते रहेंगे.

सुरेंद्र प्रसाद ने की थी प्रत्याशियों के नामों की घोषणा
बता दें कि रविवार को आरजेडी झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी के वरीय उपाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद की तरफ से 5 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई थी. जिसके बाद से प्रदेश अध्यक्ष अभय कुमार सिंह के आदेश अनुसार पार्टी उपाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद को तत्काल पद से पद मुक्त करते हुए पार्टी से 6 वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details