रांची: पंचम झारखंड विधानसभा का बजट पेश होने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा कि यह बजट ऐतिहासिक बजट है. पूर्व सरकार ने राज्य के खजाने को खाली कर दिया था, उसके बावजूद 86,370 करोड़ का यह बजट समाज के सभी वर्गों को लाभान्वित करेगा.
मुख्यमंत्री कैंटीन योजना शुरू
इस बजट में हेमंत सोरेन की 14 महीने की सरकार में जो दाल भात योजना की शुरुआत की गई थी, उस योजना को फिर से मुख्यमंत्री कैंटीन योजना के नाम से शुरू करने का निश्चय किया है. इसके साथ ही इस बजट में गरीबों को ध्यान में रखते हुए हर पर्व में कपड़े देने का भी योजना लागू की गई है, क्योंकि आर्थिक रूप से मजबूत लोग हर पर्व में नए कपड़े पहनते हैं, लेकिन गरीबों को यह नसीब नहीं हो पाता है. इसीलिए शिबू सोरेन की सपनों को साकार करते हुए वर्तमान सरकार ने गरीबों के लिए साल में दो बार नए कपड़े देने का भी फैसला लिया है ताकि गरीब लोगों के चेहरों पर मुस्कान बनी रहे.
जेएमएम के राष्ट्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बजट को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी सरकार ने बेहतर बजट पेश किया है. सरकार ने निर्णय लेते हुए यह तय किया है कि जो भी सुदूर और ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सक गरीबों को स्वास्थ्य लाभ दे रहे हैं उन्हें अतिरिक्त 45 हजार रुपए और अन्य चिकित्साकर्मियों को 25 हजार रुपए अतिरिक्त दिए जाएंगे. इससे सुदूर इलाकों में रह रहे स्वास्थ्यकर्मियों का मनोबल ऊंचा रहेगा.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने पिछली सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पिछली सरकार प्रत्येक व्यक्ति पर 29 हजार कर्ज छोड़ कर गए हैं, उन्होंने कहा कि सोमवार को सरकार ने श्वेत पत्र जारी किया था, जिसमें यह स्पष्ट बताया गया था कि राज्य की माली स्थिति बेहद खराब है. उसके बावजूद भी वर्तमान सरकार ने अपनी इच्छा शक्ति को मजबूत करते हुए और राज्य की जनता की भलाई के लिए बेहतर बजट बनाने का काम किया.