रांची: आजसू पार्टी ने रविवार को संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद एनडीए गठबंधन में 19 सीटों पर दावा किया. आजसू ने 11 नवंबर को प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी करने का ऐलान किया है. इसके साथ ही 14 नवंबर को पार्टी अपना घोषणा पत्र भी जारी करेगी.
सीट शेयरिंग और कई वैधानिक मामले भी हैं
पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो ने इस बैठक के बाद कहा है कि आजसू और बीजेपी चुनाव की बड़ी तैयारी में लगी हुई है. जीत के लिए ही चुनावी मैदान में उतरेगी, उन्होंने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने पार्टी ने अपने विचारों को रख दिया है. इसे लेकर रविवार को देर रात दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात होगी. जिसके बाद किन सीटों पर आजसू पार्टी लड़ती है, यह तस्वीर भी साफ हो जाएगी. उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग के साथ-साथ कई वैधानिक मामले भी हैं जिन पर पार्टी ने अपने विचारों को रखा है और उम्मीद है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष इन वैधानिक मामलों पर भी अपना विचार देंगे.
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14 नवंबर होगा घोषणापत्र जारी
सुदेश महतो ने कहा कि पार्टी ने जिन विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की है. उससे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अवगत करा दिया गया है और उन्हीं 19 सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ना चाहती है. उन्होंने कहा कि 14 नवंबर को पार्टी घोषणापत्र जारी कर चुनावी मैदान में उतरेगी. वहीं 11 नवंबर को लोहरदगा में संगठन के चुनावी कार्यक्रम चूल्हा प्रमुख आहूत किया गया है, जिसमें वह खुद शामिल होंगे. उन्होंने कहा है कि गठबंधन को लेकर पहली शर्त थी कि जिन सीटों पर जो दल जीत सकता है. वहां से उसी के कैंडिडेट होंगे और उसी को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने अपने विचारों को राष्ट्रीय स्तर पर रखा है. वहीं लोहरदगा सीट को लेकर उन्होंने कहा कि नीरू शांति भगत पहले भी प्रत्याशी रह चुकी हैं. ऐसे में दिल्ली में बातचीत होने के बाद तय होगा कि वह वहां की कैंडिडेट होती है या नहीं.
'2014 में हमने दी थी कुर्बानी'
आजसू सुप्रीमो ने आगे कहा कि 2014 में स्थाई सरकार के लिए आजसू पार्टी ने कुर्बानी दी थी. लगातार जनता के मुद्दों को लेकर पार्टी मुखर होकर अपनी बातों को जमीनी स्तर पर रखने का काम करती आई है. जिसे पार्टी ने दस्तावेज के रूप में भी बनाया है. उन्होंने कहा कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट का मामला हो या और भी मुद्दे, हर मुद्दे पर पार्टी सड़क से लेकर सदन तक और सदन से लेकर मंत्रालय तक अपनी बातों को रखती आई है. ऐसे में 2019 के विधानसभा चुनाव में पार्टी राज्य की जनता के विकास के लिए चुनावी मैदान में उतरेगी.
संपर्क में दूसरे दलों के नेता
वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री रघुवर दास के इस चुनाव में चेहरा होने के सवाल पर कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है और ना ही मुझसे कोई सहमति ली गई है. इसके साथ ही कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बालमुचू के पार्टी में आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कई बड़े राजनीतिक चेहरे पार्टी के संपर्क में है और पार्टी का दामन थाम चुनाव में भाग लेना चाहते हैं.