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BJP से अलग होकर सुदेश महतो ने लिया बड़ा जोखिम! जानिए विशेषज्ञ की राय

झारखंड में पहले चरण का चुनाव 30 नवंबर से शुरू हो रहा है. इस चुनाव में जहां कांग्रेस, जेएमएम और आरजेडी एक साथ चुनाव लड़ रही है तो वहीं एनडीए के सभी दल अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी और आजसू सरकार साथ चलाने के बावजूद चुनाव में अकेले हाथ आजमा रही है. इस गठबंधन के टूटने से किसको होगा फायदा और किसको होगा नुकसान जानिए इस रिपोर्ट में.

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Published : Nov 22, 2019, 7:43 PM IST

रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी और आजसू दोनों अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं. इसका मुख्य कारण सीटों का बंटवाड़ा और संयुक्त पत्र है. बीजेपी इस बार झारखंड में अकेले चुनाव लड़ रही है.

झारखंड के वरिष्ठ पत्रकार बैद्यनाथ मिश्र से चुनाव पर चर्चा

बता दें कि पिछले 5 साल की सरकार में भी आजसू बीजेपी के साथ थी. एनडीए की टीम में शामिल थी. यहां तक की 2019 के लोकसभा चुनाव में भी आजसू और बीजेपी ने झारखंड में साथ चुनाव लड़ा. इससे पहले भी बीजेपी और आजसू का गठबंधन था, लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टी अलग हो गई.

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गठबंधन टूटने से बीजेपी को फायदा होगा या नुकसान, इस गठबंधन टूटने से आजसू को कितना फायदा होगा, विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद क्या दोनों में फिर से गठबंधन होगा, बीजेपी से अलग होने पर आजसू को कितना नुकसान होगा. इन सभी सवालों का जवाब झारखंड के वरिष्ठ पत्रकार बैद्यनाथ मिश्र से जाना ईटीवी भारत के वरिष्ठ सहयोगी राजेश कुमार सिंह ने.

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