रांची: जिले के नक्शे पर एक पिछड़े इलाके के रूप में जाना जानेवाला ओरमांझी प्रखंड अब कामयाबी की नई इबारत लिख रहा है. यहां रहने वाले युवा पिछड़ेपन की दुहाई न देकर दुनिया के साथ कदमताल कर रहे हैं. यहां के बच्चे अब फर्राटेदार इंग्लिश बोलते हैं.
झारखंड की राजधानी रांची के ओरमांझी प्रखंड में आता है एक छोटा सा गांव 'हुटुप'. आज यह गांव 16 साल की मोनिका की वजह से चर्चा में है. मोनिका पूरे विश्व की 8 लड़कियों में से एक है जिसका चयन वाशिंगटन में पर्वतारोहण अभियान के लिए हुआ है. इस अभियान को नाम दिया गया है- गर्ल्स ऑन आइस केसकैड.
USA में पर्वतारोहण अभियान में रांची की मोनिका
इस सपने को साकार करने में ओरमांझी में स्थापित युवा इंडिया नामक संस्था ने निभाई है जिसे 'बुक ए स्माइल' ने सपोर्ट किया है. मोनिका इस अभियान में शामिल होने के लिए अपने गांव से 14 जुलाई को निकली थी और 16 जुलाई को वॉशिंगटन स्थित पर्वतारोहण अभियान में शामिल हुई. यह अभियान माउंट बेकर पर्वत पर दो सप्ताह तक चलेगा. जहां जागृत ज्वालामुखी भी है, फिलहाल मोनिका वॉशिंगटन के माउंटेन रेंज में बर्फीले पहाड़ और खूबसूरत प्राकृतिक छटा के बीच साकार हो रहे अपने सपनों की दुनिया में खोई हुई होगी.
'युवा इंडिया' ने की मदद
अब सवाल है कि एक छोटे से गांव की लड़की को इतना बड़ा मौका कैसे मिला.यह जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम पहुंची रांची के गेतलसूद डैम रोड के बगल में मौजूद युवा स्कूल में जहां मोनिका भी छात्रा है. एक सामान्य से भाड़े के घर में चल रहे इस स्कूल की व्यवस्था देख एक पल के लिए हम आश्चर्य में थे. लेकिन आस-पास के गांव की बच्चियों को एक दूसरे से बात करता देख यह समझते देर नहीं लगी कि बदलाव की बयार चल पड़ी है.