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निर्भया गैंगरेप मामले में चारों आरोपियों को फांसी की सजा पर बोले छात्र, कहा- ऐसे केस में लंबित नहीं होना चाहिए मामला

दिल्ली में घटित निर्भया के दोषियों को 22 जनवरी को फांसी की सजा होने के फैसले से पूरे देशभर में खुशी माहौल है. वहीं रांची के छात्रों ने भी ईटीवी भारत से कहा कि वैसे सभी दोषियों को फांसी दी जानी चाहिए.

Students spoke on the death penalty for criminals in ranchi
फांसी की सजा पर बोले छात्र

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Published : Jan 9, 2020, 4:00 PM IST

Updated : Jan 9, 2020, 4:37 PM IST

रांचीः देश को झकझोर देने वाली निर्भया गैंगरेप केस में दिल्ली की अदालत ने चारों दोषियों को मौत की सजा के लिए डेथ वारंट जारी कर दिया है. इसके साथ ही जमशेदपुर की बेटियों ने कहा दुष्कर्म जैसी घटनाओं के दोषियों को जल्द ही फांसी की सजा दी जाए.

फांसी की सजा पर बोले छात्र

25 जुलाई 2019 को जमशेदपुर के टाटा नगर रेलवे स्टेशन पर तीन साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी. मानगो थाना अंतर्गत दसवीं में पढ़ने वाली बच्ची के साथ सगे मामा ने दुष्कर्म किया. एमजीएम थाना अंतर्गत एक पिता ने अपनी बेटी के साथ दुष्कर्म किया. बिस्टुपुर थाना अंतर्गत पड़ोस में रहने वाले एक अधेड़ ने आठ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया. वर्ष 2019 में जमशेदपुर में दुष्कर्म के 213 मामले दर्ज किए गए हैं. अभी तक 62 अपराधियों को जेल भेजा गया है. 213 मामलों में सभी पर चार्ज फ्रेम कर कार्रवाई की जा रही है.

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झारखंड की राजधानी रांची में एक लॉ की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया. ऐसे ढेरों केस मिल जाएंगे जहां अपराधी आज भी खुलेआम घूम रहे है. लौहनगरी की बेटियों का मानना है कि ऐसे दोषियों को फांसी की सजा जल्द से जल्द मिलनी चाहिए. ऐसे अपराधियों को समाज में होने के कारण घर से निकलने में डर लगता है. बेटियों ने कहा ऐसे मुजरिमों के कारण घर से निकलने में डर लगता है. माता-पिता बेटियों को घर से बाहर भेजने में डरते हैं.

Last Updated : Jan 9, 2020, 4:37 PM IST

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