रांचीः अंतिम मेधा सूची जारी करने की मांग को लेकर एक बार फिर 11 जिलों के पंचायत सचिव और लिपिक अभ्यर्थियों ने जेएसएससी कार्यालय का घेराव किया और प्रदर्शन किया. जानकारी के अनुसार 11 जिलों के पंचायत सचिव और लिपिक अभ्यर्थियों का आंदोलन लगातार जारी है. इस कड़ी में एक बार फिर आंदोलन को तेज करते हुए 11 जिलों के पंचायत सचिव और लिपिक अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल ने नामकुम स्थित जेएसएससी कार्यालय का घेराव किया और प्रदर्शन किया. जानकारी देते चलें कि अभ्यर्थियों ने कई बार सत्ता पक्ष के विधायकों के साथ मुलाकात कर अपनी मांगों से अवगत कराया है, लेकिन इस ओर किसी का भी फिलहाल ध्यान नहीं है.
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इनका कहना है कि वर्ष 2017 में निकली 3,088 पदों के लिए पंचायत सचिव लिपिक का झारखंड हाई कोर्ट की ओर से निर्णय आने के बाद सरकार अब तक नियुक्ति नहीं कर रही है. पंचायत सचिव की बहाली 2017 की है, जिसमें सभी परीक्षाएं पूरी हो चुकी है और 4,913 का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन भी पूरा कर लिया गया है. केवल अंतिम मेधा सूची जारी करना बाकी है, लेकिन इस ओर जेएसएससी का ध्यान बिल्कुल ही नहीं है.
कई बार मिला मौखिक आश्वासन
कई बार अभ्यर्थियों को मौखिक आश्वासन मिला लेकिन यह आश्वासन कोरा साबित हुआ. अभ्यर्थियों का कहना है कि नियुक्ति को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं आया तो पंचायत सचिव अभ्यर्थियों का सत्याग्रह आंदोलन जारी रहेगा और आने वाले समय पर आंदोलन को और उग्र किया जाएगा. इस कड़ी में अभ्यर्थियों ने जेएसएससी कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना का आयोजन किया है.