रांची: राजधानी में अब बिना हेलमेट के वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई नहीं करने के लिए ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर ही कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. ट्रैफिक एसपी के जारी आदेश में कहा गया है कि बाइक सवारों को हेलमेट लगाना होगा. पीछे बैठने वाले को भी हेलमेट लगाकर चलना होगा. इस पर अमल नहीं करने पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी ही नपेंगे. अगर हादसे में किसी की मौत होती है तो उसके जिम्मेदार ट्रैफिक पुलिसवालों को ही माना जाएगा.
आदेश जारी
इससे संबंधित आदेश ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि पीलियन राइडर (पीछे बैठने वाले) या सिंगल राइडर बिना हेलमेट चल रहे हैं. इसपर कार्रवाई की ट्रैफिक थानेदारों में रूचि नहीं है. दुर्घटनाओं में कमी लाने और वाहन चालक की सुरक्षा की दृष्टिकोण से ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने यह आदेश दोबारा जारी किया है. कार्रवाई की जिम्मेवारी ट्रैफिक के दोनों डीएसपी और ट्रैफिक के सभी थाना प्रभारी को दी गई है.
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बिना हेलमेट की सवारी बन रहा हादसे का कारण
ट्रैफिक एसपी ने जारी आदेश में कहा है कि अभियान चलाने के बावजूद लोग बिना हेलमेट के बाइक चला रहे हैं और बिना हेलमेट बाइक पीलियन राइडर को बैठाया जा रहा है. जबकि यह हादसे का कारण बन रहा. मोटरसाइकिल दुर्घटनाओं में देखा गया है कि दुर्घटनाग्रस्त सवार की अक्सर बिना हेलमेट सवारी की वजह से होती है.
वर्ष 2019 में रांची जिले में कुल 273 दुर्घटनाएं हुईं. इन दुर्घटनाओं में 201 लोगों की मौत हो गई, जबकि 181 लोग घायल हो गए. जबकि वर्ष 2018 में 227 सड़क हादसे हुए, इसमें 136 की मौत हुई और 191 घायल हुए हैं. यह आंकड़े भयावह हैं. हमेशा ऐसा देखा जा रहा है कि चेकिंग अभियान के दौरान मात्र राइडर की चेकिंग की जाती है. पिलीयन राइडर अगर हेलमेट नहीं पहने रहता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है. इसलिए यह कदम सख्ती से उठाया जाना चाहिए.