रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन के भीतर जय श्री राम, जय सरना के नारे से उठे विवाद का सत्र के अंतिम दिन पटाक्षेप हो गया. नगर विकास मंत्री सीपी सिंह और कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने सदन से बाहर निकलने के बाद एक-दूसरे से गले मिलते हुए जय श्री राम और अल्लाह हो अकबर कहकर एक-दूसरे के धर्म के प्रति सम्मान जताया.
मंत्री सीपी सिंह और इरफान अंसारी का बयान
सदन में लगे जय श्री राम के नारे
दरअसल, 24 जुलाई को सदन की कार्यवाही के दौरान जेएमएम विधायक पौलुस सुरीन ने एक सवाल के जवाब में सत्ता पक्ष पर अपनी टिप्पणी में कहा था कि जय श्री राम के नाम से काम नहीं चलेगा. जवाब में सत्तापक्ष की ओर से जय श्री राम, जय सरना और भारत माता की जय के नारे लगाए गए थे. हालांकि, यह प्रोसीडिंग का हिस्सा नहीं था.
सभी धर्म का सम्मान
शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में दोनों नेताओं ने कहा कि 24 जुलाई को सदन में जय श्रीराम और जय सरना के नारे को किस ने किस रूप में लिया. इससे उनको कोई फर्क नहीं पड़ता. दोनों ने कहा कि वे एक-दूसरे की धर्म का सम्मान करते हैं. आपसी सौहार्द्र और भाईचारे को दिखाते हुए इरफान अंसारी ने मीडिया के सामने जय श्रीराम का नारा लगाया तो वहीं सीपी सिंह ने अल्लाह हो अकबर का नारा लगाया.
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राम-रहीम की जोड़ी
सीपी सिंह ने कहा कि वह इरफान अंसारी से उम्र में काफी बड़े हैं. उनका संबंध इरफान अंसारी के पिता पूर्व सांसद फुरकान अंसारी से भी मित्रवत रहा है. लिहाजा, यह समझना कि वे एक-दूसरे के धर्म का सम्मान नहीं करते बिल्कुल गलत है. उन्होंने कहा कि सदन में दोनों की राम-रहीम जैसी जोड़ी है.