रांचीः बढ़ती महंगाई और पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमत के खिलाफ झारखंड में सबसे अधिक मुखर कांग्रेस पार्टी है जो महंगाई के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रही है. राजभवन से लेकर अल्बर्ट एक्का चौक तक केंद्र के खिलाफ विरोध की आवाज बुलंद कर रही है. वहीं सरकार में उसकी सहयोगी पार्टियां राजद और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने महंगाई जैसे मुद्दे पर केंद्र की सरकार का विरोध भी मुखरता से नहीं कर पा रहा है. कोई प्रचंड गर्मी और पंचायत चुनाव की व्यस्तता तो कोई पूर्व में किये गए मीडिया के माध्यम से महंगाई को मुद्दा बना विरोध दर्ज कराने का दावा करते हैं.
बढ़ती महंगाई पर कांग्रेस मुखर, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने साध रखी है चुप्पी, जानिए क्यों
देश में बढ़ती महंगाई से हर कोई परेशान है. महंगाई को लेकर राजनीतिक दल सड़कों पर भी उतर रहे हैं. झारखंड में भी यही स्थिति है. लेकिन यहां के राजनीतिक दल महंगाई के विरोध में पुरजोर तरीके से आवाज बुलंद नहीं कर रहे हैं. इसे लेकर सबके अपने अपने तर्क हैं.
महंगाई बड़ा मुद्दा, प्रचंड गर्मी और पंचायत चुनाव की वजह से झामुमो ने इस मुद्दे पर नहीं किया है आंदोलन-सुप्रियोः झामुमो के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य कहते हैं कि निसंदेह महंगाई एक बड़ा मुद्दा है, परंतु प्रचंड गर्मी और पंचायत चुनाव की वजह से अभी झामुमो ने संघर्ष शुरू नहीं किया है, पर संघर्ष की पार्टी झामुमो जल्द बड़ा आंदोलन करेगा. वहीं झारखंड युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष रंजन यादव ने महंगाई के मुद्दे पर मौन के सवाल पर अजीबोगरीब जवाब दिया कि राजद पार्टी मीडिया के माध्यम से महंगाई का विरोध करती रही है और आंदोलन का रोडमैप बनाया जा रहा है.