रांचीः वर्ष 2021 खेल और खिलाड़ियों के लिए काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा. कोरोना के कारण स्टेडियम बंद रहे, खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करने की जगह तक नहीं मिली. इसके बावजूद झारखंड के कई खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय पटल पर अपना और राज्य का नाम रोशन किया है. टोक्यो ओलंपिक, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट हो या फिर फुटबॉल कई खेलों में झारखंड के खिलाड़ियों ने अपना लोहा इस वर्ष भी मनवाया.
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पूरे देश के साथ-साथ वर्ष 2021 झारखंड के खेल और खिलाड़ियों के लिए कुछ खास नहीं रहा. खेल जगत पर पूरा साल ग्रहण लगा रहा. खिलाड़ियों को अपनी फिटनेस बरकरार रखने के लिए भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. खेल स्टेडियम बंद, डे बोर्डिंग सेंटर पर भी ताला जड़ा दिखा. इसके बावजूद झारखंड के खिलाड़ियों ने अपनी खुद की मेहनत से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पटल पर अपना लोहा मनवाया.
वर्ष 2021 में आयोजित टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया और इस टीम में भी झारखंड की दो बेटियां सलीमा टेटे और निक्की प्रधान ने अपनी खेल प्रतिभा से सब को अपनी ओर आकर्षित किया. इसी टोक्यो तीरंदाजी प्रतिस्पर्धा में झारखंड की ही बेटी दीपिका कुमारी का भी चयन हुआ और उन्होंने भी बेहतर प्रदर्शन किया. हालांकि दीपिका के लिए यह ओलंपिक कुछ खास नहीं रहा. इसके बावजूद झारखंड के खिलाड़ियों का इस महाकुंभ में भी दबदबा देखने को मिला.
15 अगस्त 2021 में विश्व तीरंदाजी वर्ल्ड कप में दीपिका ने एक के बाद एक तीन गोल्ड हासिल कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर झारखंड का सीना गर्व से ऊंचा कर दिया. दूसरी ओर 2021 क्रिकेट T20 वर्ल्ड कप में झारखंड के महेंद्र सिंह धोनी को बीसीसीआई की ओर से एक बड़ी जिम्मेदारी दी गयी. बीसीसीआई ने टी20 विश्व कप में भारत के 15 सदस्य क्रिकेट टीम का पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को मेंटर बनाया. वर्ष 2021 में महेंद्र सिंह धोनी पूरी तरह सुर्खियों में छाए रहे. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बावजूद भी वर्ष 2021 में महेंद्र सिंह धोनी का जलवा मेंटर के रूप में भी खेल प्रेमियों के बीच देखने को मिला.
अगर फुटबॉल की बात करें तो फुटबॉल में भी झारखंड के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पटल पर वर्ष 2021 में अपनी ओर आकर्षित किया है. ऑल इंडिया स्तर पर जूनियर वर्ल्ड कप के लिए 8 जूनियर खिलाड़ियों का चयन किया गया. लेकिन कोरोना के कारण वह टूर्नामेंट समय पर आयोजित नहीं हुआ और कैंप लगने के बावजूद भी खिलाड़ियों को निराशा हाथ लगी. इसके बावजूद फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2021 में पंचायत प्रखंड और जिला स्तर पर मुख्यमंत्री फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया गया. इस सफल आयोजन के बाद यहां से भी कई खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर उभरकर सामने आई.