नई दिल्ली: झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. सभी पार्टी अपने-अपने उम्मीदवारों को उतारने की तैयारी कर रही है. सूत्रों के अनुसार, सोमवार को दिल्ली में जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने झारखंड कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह, सह प्रभारी उमंग सिंघार के साथ बंद कमरे में बैठक की थी. बैठक में सीट बंटवारे और सीटों के चयन पर बातचीत हुई, लेकिन अभी भी जेएमएम और कांग्रेस में गतिरोध बना हुआ है.
सूत्रों के अनुसार, घाटशिला, सिसई, विश्रामपुर, जगन्नाथपुर, पाकुड़, महगामा ऐसी विधानसभा सीटें हैं, जिन्हें जेएमएम कांग्रेस को नहीं देना चाहती है. घाटशिला से कांग्रेस प्रदीप बलमुचू को चुनाव लड़वाना चाहती है, सिसई से कांग्रेस गीता श्री उरांव को चुनाव लड़वाना चाहती है, विश्रामपुर की सीट ददई दुबे के लिए कांग्रेस चाहती है.
जगन्नाथपुर विधानसभा सीट से पूर्व सीएम मधु कोड़ा कांग्रेस के टिकट पर अपने किसी मनपसंद उम्मीदवार को चुनाव लड़वाना चाहते हैं. अभी पाकुड़ से कांग्रेस के विधायक दल के नेता आलमगीर आलम विधायक हैं. कांग्रेस इस बार भी उन्हीं को उम्मीदवार बनाना चाहती है, लेकिन जेएमएम इस सीट पर भी दावेदारी कर रही है. महगामा से फुरकान अंसारी को कांग्रेस उम्मीदवार बनाना चाहती है, लेकिन यह सीट जेएमएम कांग्रेस को देने को तैयार नहीं है.
वहीं, मंगलवार को दिल्ली में झारखंड कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह, सह प्रभारी उमंग सिंघार, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने बैठक की है और मौजूदा हालात पर चर्चा की. बैठक के बाद रामेश्वर उरांव ने कहा है कि कुछ सीटों को लेकर जेएमएम के साथ पेंच फंस गया है, लेकिन बातचीत चल रही है. उम्मीद है जल्दी सब कुछ ठीक हो जाएगा, अगर मामला नहीं सुलझा तो अगला कदम कांग्रेस का क्या होगा इसका निर्णय कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व करेगा.