रांचीः संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को शुरू होगा जो 3 अप्रैल तक चलेगा. इस दौरान सरकार वित्तीय वर्ष 2020-21 का आम बजट पेश करेगी. इस सत्र में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश करेंगी.
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भारत पिछले कुछ महीनों से आर्थिक सुस्ती से जूझ रहा है जिसको लेकर यह उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार के आम बजट में लोगों को राहत देने का प्रयास किया जाएगा. वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि देश में आर्थिक सुस्ती दूर करने के लिये कुछ विचार किए जा सकते हैं.नरम पड़ी अर्थव्यवस्था को लेकर राजधानी रांची के युवाओं को भी इस बार के आम बजट से काफी उम्मीदें हैं. बेरोजगारी, अशिक्षा जैसी समस्याओं से जूझ रहे झारखंड के युवा इस बार की बजट को लेकर काफी उम्मीद जता रहे हैं.
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राजधानी के रहने वाले सोनू कुमार ने 31 जनवरी से पेश होने वाले बजट को लेकर बताया कि इस बजट में हम चाहते हैं कि बेरोजगारी कम करने के लिए सरकार नियुक्तियां लाए और बहाली में निष्पक्षता लाए. लोगों का कहना है कि आए दिन बहाल किए गए लोगों को सरकारी दांव-पेच में गड़बड़ी होने के कारण नौकरी से निकाल दिया जा रहा है ऐसे में बेरोजगारी को लेकर सरकार को इस आम बजट में सोचने की जरूरत है.
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छात्र आर्यन सोनी बताते हैं कि सरकार को गरीबों और छात्र को लेकर सोचने की जरूरत है क्योंकि महंगाई दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. ऐसे में लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, मजदूर वर्ग के लोग फुलमनी देवी और मोहम्मद अमीन बताते हैं कि हम गरीबों के लिए भी सरकार को इस बजट में कुछ विचार करना चाहिए ताकि उन लोगों की भी आर्थिक स्थिति में बढ़ोतरी हो सके.
खासकर राजधानी के युवा 31 जनवरी से 3 अप्रैल तक चलने वाले आम बजट को लेकर काफी उम्मीद रखे हुए हैं. आपको बता दें कि 31 जनवरी से 3 अप्रैल तक चलने वाली यह आम बजट दो चरणों में चलेगी. पहला चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक होगा तो वहीं, दूसरा चरण 2 मार्च से 3 अप्रैल तक चलेगा.