रांची: वैश्विक महामारी के रूप में पनपा कोरोना वायरस हर भारतीयों के जीवन में अंधेरा भरने पर आमादा है लेकिन प्रधानमंत्री के आह्वान पर 130 करोड़ भारतवासियों ने अपने-अपने घरों की बिजली बंद कर दीये और कैंडल की रोशनी से पूरी दुनिया को बता दिया कि भारत कोरोना वायरस को हराकर रहेगा. 5 अप्रैल, रात 9 बजे और 9 मिनट तक ऐसी समां जली, जिसने हर भारतीय के दिल में विश्वास पैदा कर दिया कि हम कोरोना वायरस को हराकर ही मानेंगे.
कोरोना वायरस को हराकर ही मानेंगे
रात 9 बजते ही पूरी रांची अंधकार के आगोश में खो गई और बिजली की रोशनी की जगह दीया, कैंडल और मोबाइल के फ्लैश लाइट से पूरी रांची इस तरह जगमग हो उठी जैसे आसमान में जुगनू उतर आए हों. ये नजारा अद्भुत और अविस्मरणीय रहा. इस दौरान बहुत से घरों में लोगों ने ओम उच्चारण का म्यूजिक लगा रखा था.
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युगों-युगों तक याद की जाएगी
क्या बच्चे , क्या बूढ़े, क्या महिलाएं, क्या नौजवान सभी ने अपनी-अपनी दुआओं के साथ जीत का दीया जलाया. देखते ही देखते पूरी राजधानी ऐसे जान पड़ी, जैसे 14 वर्ष के वनवास के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अयोध्या लौटे हों और उनके सम्मान में लोग अपने-अपने घरों में दीए जला रहे हों. हिंदू शास्त्रों के विपरीत यह दीपावली युगों-युगों तक याद की जाएगी.
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अद्भुत नजारा
आने वाली पीढ़ी या तो किताबों में पढ़ेगी या अपनों से सुनेगी की एक ऐसी आफत हमारे देश पर आई थी, जिसका मुकाबला सभी ने मिलकर किया. ऐसी दीपावली थी जिसमें पटाखे नहीं छूटे, कोई प्रदूषण नहीं हुआ, बस जीत का विश्वास नजर आ रहा था. दीयों की रोशनी में लोगों के चेहरों पर विश्वास दिख रहा था. पूरी रांची एकजुट होकर प्रधानमंत्री के इस आह्वान का सम्मान कर रही थी. 9 मिनट का यह ऐसा अद्भुत नजारा था जिससे युगों-युगों तक याद किया जाएगा.