रांची: छठ महापर्व के बाद 30 नवंबर को सिख धर्मलम्बियों का प्रकाश पर्व है और इस पर्व में सिख धर्म से जुड़े लोग कोरोना महामारी के गाइडलाइन के तहत छूट चाहते हैं. सड़कों पर प्रकाश उत्सव मनाने के लिए नगर कीर्तन करना चाहते हैं. अपनी इसी मांग को लेकर झारखंड स्टेट गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा.
झारखंड स्टेट गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की माने तो छठ महापर्व के दौरान सरकार की ओर से गाइडलाइन में सुधार किया गया और इसके बाद से ही कमेटी के युवा सदस्य चाहते हैं कि उनके लिए भी सरकार गाइड लाइन में छूट दें. उन्हें प्रकाश पर्व के दौरान सड़कों पर नगर कीर्तन निकालने की इजाजत दी जाए. गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का कहना है कि पहले कोरोना महामारी के मद्देनजर कमेटी ने निर्णय लिया था कि इस बार नगर कीर्तन जुलूस नहीं निकाली जाएगी, लेकिन जैसे ही छठ महापर्व में लोगों को छूट मिली. उनके युवा सदस्य नगर कीर्तन को लेकर कमेटी के समक्ष अपने इस बात को रखा और कमेटी ने अपनी इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया. JMM महासचिव को सौंपा ज्ञापन
शनिवार को झारखंड स्टेट गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के सदस्यों की ओर से झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रीयो भट्टाचार्या से मुलाकात कर मांग से संबंधित ज्ञापन सौंपा. इस दौरान केंद्रीय महासचिव ने झारखंड स्टेट गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया है, साथ ही उनके इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री से भी विमर्श करने की बात कही गई है.
30 नवंबर को मनाया जाता है प्रकाश पर्व
30 नवंबर को प्रकाश पर्व है. 30 नवंबर को गुरु नानक जयंती के अवसर पर प्रकाश पर्व प्रतिवर्ष मनाया जाता है. इसमें भारी संख्या में सिख समुदाय के लोग सड़कों पर उतर कर नगर कीर्तन करते हैं. इस दौरान स्कूली बच्चों के अलावे बढ़-चढ़कर महिलाएं बुजुर्ग युवा शामिल होती हैं. लेकिन इस वर्ष कोरोना के गाइडलाइन के तहत कम से कम नगर कीर्तन निकालने की इजाजत झारखंड स्टेट गुरुद्वारा कमेटी की ओर से मुख्यमंत्री से मांगी गई है.