रांची:आरयू की ओर से एक बार फिर विद्यार्थियों के लिए चांसलर पोर्टल को ओपन किया गया है. दरअसल विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले एफिलेटेड कॉलेजों में अभी भी सीटे रिक्त है और इन सीटोंं पर नामांकन को लेकर आवेदन आमंत्रित किए गए है. पिछले साल की तुलना में इस साल लगभग 14 हजार सीटें खाली रह गई हैं. अब इन सीटों को भरना विश्वविद्यालय के लिए चुनौती साबित हो रहा है.
14 हजार सीटें खाली
पिछले सेशन में अब तक रांची विश्वविद्यालय के तमाम सीटें भरी जा चुकी थी. लगभग 52 हजार विद्यार्थियों का नामांकन पिछले सेशन में हुआ था लेकिन इस सेशन में रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले कॉलेजों में लगभग 14 हजार सीटें रिक्त रह गई है. इन सीटों को भरना विश्वविद्यालय के लिए चुनौती साबित हो रहा है. हालांकि विश्वविद्यालय की ओर से लगातार कोशिश की जा रही है कि इन सीटों को किसी भी हालत में भरा जा सके.
इस मामले को लेकर रांची विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू से भी बातचीत की गई कि इस साल आखिर सीटें खाली क्यों रह गई है. जबकि अन्य राज्य में विद्यार्थी नामांकन लेने के लिए इच्छुक नहीं है. कोरोना महामारी के कारण राज्य के विद्यार्थी बाहर नहीं जाना चाहते हैं. इसके जवाब में डीएलडब्लू ने कहा कि इस राज्य में तीन यूनिवर्सिटी इस सेशन से एकेडमिक सेशन शुरू की है और एडमिशन भी युद्ध स्तर पर ली जा रही है. इसमें रांची के ही डीएसपीएमयू में भी विद्यार्थी एडमिशन ले रहे हैं. इस वजह से इस बार सीटें खाली रह गई है.
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सेशन शुरू होने से पहले भरी जाएगी सीटें
अनुमान लगाया जा रहा है कि रांची विश्वविद्यालय के निर्धारित सीट सेशन शुरू होने से पहले भर लिया जाएगा. जबकि मामले को लेकर यूनिवर्सिटी छात्र संघ के अध्यक्ष नीरज कुमार ने कहा कि सबसे बड़ी परेशानी चांसलर पोर्टल से नामांकन लिए जाने के कारण हो रही है. ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी नेटवर्क की कमी के कारण नामांकन नहीं ले पाए है. चांसलर पोर्टल में इतनी जटिलता है कि विद्यार्थी नामांकन से वंचित रह गए है.
हजारों विद्यार्थियों ने नहीं लिया है नामांकन
हालांकि की अभी भी हजारों ऐसे विद्यार्थी है जिन्होंने नामांकन नहीं लिया है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से कंपार्टमेंटल एग्जाम हाल ही में लिया गया है और उत्तर पुस्तिकाओं की मूल्यांकन की जा रही है. जल्द ही जैक की ओर से इनका रिजल्ट निकाला जाएगा. उसके बाद इनके लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना जताई जा रही है. रांची विश्वविद्यालय के रिक्त सीटों पर इनका नामांकन हो और विश्वविद्यालय का लक्ष्य पूरा हो जाए.