रांची: कोरोना महामारी के मद्देनजर बनाए गए राज्य के 2595 क्वॉरेंटाइन सेंटर जो कि सरकारी स्कूल है, उन स्कूलों की रंगाई पुताई के साथ-साथ सेनेटाइजेशन भी कराया जाएगा. तब जाकर स्कूलों में बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा. इसके लिए झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने सभी जिलों और स्कूलों को साथ ही जिला शिक्षा पदाधिकारियों को भी निर्देश दिया है.
गौरतलब है कि जुलाई तक कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कोई भी शिक्षण संस्थान नहीं खोले जाने हैं. इसी के तहत सरकारी स्कूलों में भी पठन-पाठन बाधित ही रहेगा. 15 अगस्त तक भी स्कूल खुलने की संभावना कम ही है और स्कूल खुलने के बाद ही सितंबर के अंत तक क्लासेस शुरू किए जा सकते हैं. स्कूल खुलने से पहले ही विभाग ने अपने तमाम स्कूलों को सेनेटाइज करने को लेकर तैयारी कर रही है. इसके अलावा स्कूलों की वॉल पेंटिंग, रंगाई-पुताई का काम भी किये जाने की योजना है. विकास मद के तहत स्कूलों में तय राशि 25,000 से लेकर एक लाख रुपये तक दिए जाएंगे.
विकास अनुदान से मिल चुकी है राशि
विकास अनुदान की राशि विभाग को मिल भी गई है. ट्रेजरी से निकालकर विकास कार्य में जल्द से जल्द लगाए जाएंगे. स्कूलों के भवन, दरवाजा, खिड़की, शौचालय तमाम जगहों को व्यवस्थित किया जाएगा. लगातार इतने दिनों तक स्कूल बंद रहने की वजह से स्कूलों भवन को मेंटेन भी नहीं किया गया है. ऐसे में स्कूल खुलते ही बच्चों को स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. पूरी तरह व्यवस्थित करने के बाद ही स्कूल खोले जाएंगे. फिलहाल, बच्चों को स्कूल जाने के लिए इंतजार करना पड़ेगा.