रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखकर पूर्व मंत्री और विधायक सरयू राय ने राज्य में तपिश भरी गर्मी में राज्य की राजनीति को और गर्म कर दिया है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में कोरोना काल में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के अवैध आदेश से राजकोष से कोविड महामारी के बहाने के करोड़ों रूपये की राशि निकासी का आरोप उन्होंने लगाया है. पूर्व मंत्री सरयू राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर पूछा है कि क्या वह इस अनियमितता को लेकर स्वास्थ्य मंत्री पर कार्रवाई करना चाहेंगे.
सरयू राय का बड़ा आरोपःपूर्व मंत्री सरयू राय ने अपने आरोप में कहा है कि स्वास्थ्य विभाग में कोरोना काल में सेवा देने वाले 94 स्वास्थ्यकर्मियों की सूची बनी थी. जिसमें स्वास्थ्य मंत्री के कोषांग से 60 अतिरिक्त नामों की सूची विभाग को भेजी गई. इस सूची में माननीय मंत्री का नाम सबसे उपर अंकित है. यहां तक कि इस सूची में माननीय स्वास्थ्य मंत्री के दो आप्त सचिवों, निजी सहायकों, 4 लिपिकों, कम्प्यूटर ऑपरेटरों, सहायकों, आदेश पालकों, 8 वाहन चालकों, 4 सफाई कर्मियों और माननीय मंत्री जी की सुरक्षा में नियुक्त/प्रतिनियुक्त कुल 34 अंगरक्षकों एवं अन्य पुलिसकर्मियों का नाम भी प्रोत्साहन राशि पाने वालों में शामिल है.
सरयू राय ने सीएम हेमंत सोरेन को लिखी चिट्ठी, स्वास्थ्य विभाग में अनियमितता का लगाया आरोप, जेएमएम ने की जांच की मांग - सुप्रियो भट्टाचार्य
पूर्व मंत्री और विधायक सरयू राय ने स्वास्थ्य विभाग में अनियमितता को लेकर एक चिट्ठी सीएम हेमंत सोरेन को लिखी है. अनियमितता के आरोपों के घेरे में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता है. सरयू राय के आरोपों के बाद प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है. सरकार में शामिल दल भी इसकी जांच की मांग कर रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री के निजी सचिव का पलटवारःमंत्री बन्ना गुप्ता के निजी सहायक प्रभात ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि इतने बड़े नेता और चाणक्य की उपाधि लेकर विश्व भ्रमण करने वाले नेता अपने सलाहकार की आधी जानकारी के कारण जग हंसाई के पात्र बन रहे हैं. जरूरी है कि वे अपना सलाहकार बदल लें, नहीं तो जल्द ही उन्हें लोग चाणक्य छोड़ कर मुंगेरीलाल बोलना शुरू कर देंगे. प्रभात ठाकुर ने विभागीय पत्र जारी करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग में सरकार के अवर सचिव मनोज कुमार सिन्हा ने 24 फरवरी को पत्र जारी करते हुए स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव को स्पष्ट जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री कोषांग में कार्यरत सभी कर्मचारियों की सूची मांगी थी और स्पष्ट किया था कि स्वास्थ्य मंत्री के साथ वे सभी इसके पात्र हैं. इसके साथ उन्होंने कुल 90 स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों जिसमें अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह समेत, सभी संयुक्त सचिव और कार्यालय में कार्य करने वाले कंप्यूटर ऑपरेटर समेत अन्य कर्मियों की सूची भी भेजी थी. सरयू राय के ज्ञानवर्धन के लिए बता दूं कि ये प्रस्ताव कैबिनेट में भी पास है और मुख्य्मंत्री समेत मंत्रिमंडल की अनुमति है फिर इसकी शिकायत करना हास्यास्पद है. उन्होंने बताया कि नकारात्मक राजनीति करने वाले सरयू राय को बन्ना फोबिया हो गया है, मंत्री बन्ना गुप्ता के हर अच्छे कार्य को गलत साबित करने के कारण जगहंसाई के पात्र बन जा रहे हैं. उनसे आग्रह है कि नकारात्मक राजनीति छोड़कर पॉजिटिव राजनीति करें नहीं तो आने वाले चुनाव में जनता उनके सपनों पर पानी डाल देगी. उन्होंने आगे कहा कि उन्हें गलत जानकारी मिली है, ये राशि सिर्फ 90 लोगों या 60 लोगों को नहीं बल्कि पंचायत स्तर पर कार्य कर रहे स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को भी मिली है.
सरयू राय के आरोप पर क्या बोले स्वास्थ्य मंत्रीःवहीं स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि उन्हें सरयू राय द्वारा लगाए आरोप की जानकारी नहीं है. अगर प्रोत्साहन भत्ता लेने में कुछ गलती हुई हो तो विभाग जांच करा के गलत तरीके से प्रोत्साहन राशि लेने वाले को हटा दें. बता दें कि वित्त मंत्री को भी सरयू राय ने चिट्ठी की एक प्रति भेजी है और उनसे भी कार्रवाई की है.