रांची: वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के बजट पेश करने के बाद विपक्ष तो बजट को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर कर ही रहा है. इसके साथ ही साथ सत्ता पक्ष के लोग भी बजट को लेकर कुछ खासा उत्साहित नहीं दिख रहे हैं.
मंत्री सत्यानंद भोक्ता का बयान मंगलवार को सदन में बजट पेश होने के बाद राज्य सरकार में राजद कोटे के मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि जिस प्रकार से सरकार स्नातक युवाओं को 5 हजार और पोस्ट ग्रेजुएट पास युवाओं को 7 हजार सालाना बेरोजगारी भत्ता दे रही है. इसमें निश्चित रूप से संशोधन की जरूरत है. इसीलिए आने वाले समय में राज्य सरकार विचार करेगी और जो भी घोषणा पत्र में कहा गया है उस अनुरूप से युवाओं को भत्ता देकर वादों को पूरा किया जाएगा.
वहीं, बजट पेश होने के बाद निर्दलीय विधायक सरयू राय ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि 86 हजार करोड़ के इस बजट के लिए पैसे का इंतजाम करना सरकार के लिए एक चुनौती होगी, क्योंकि मुझे नहीं लगता कि इतनी बड़ी राशि का इंतजाम करना सरकार के बस की बात होगी. सरकार को बजट के साथ-साथ खर्चे के व्यय का भी एक ब्यौरा देना चाहिए ताकि इतनी बड़ी राशि का बजट पेश करने का क्या औचित्य है इसका पता चल सके.
सरयू राय ने अपनी असंतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि वैसे विकास के लिए इस बजट में काफी कम राशि आवंटित की गई है, जिस विकास का लाभ समाज के हर वर्ग और अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सकेगा. सरयू राय बताते हैं कि अब यह दो-चार महीने के बाद ही पता चलेगा कि इतनी बड़ी राशि में कितनी कटौती की जाती है, क्योंकि पिछली सरकार में भी 80 हजार करोड़ का बजट पास किया गया था, लेकिन कुछ दिनों के बाद ही उसमें 20 हजार करोड़ से भी अधिक की राशि कटौती की गई थी.
सरयू राय ने बजट को लेकर कहा कि यह बजट पूरी तरह से सांकेतिक बजट है. सरकार ने इस बजट को व्यापक नहीं बनाया. सरकार को इस बजट का असर कुछ दिनों के बाद दिखाई पड़ेगा और तभी मालूम हो सकेगा की सरकार ने बजट तैयार करने में जो प्राथमिकता का निर्धारण किया है, उसे पूरा करने के लिए पैसा कहां से लाएगी.
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बता दें कि सदन में श्वेत पत्र जारी करने और बजट पेश करने के बाद सरयू राय ने सवाल खड़े किए, जबकि राज्य की वित्तीय स्थिति और खजाना खाली के मामले पर सरयू राय ने ही श्वेत पत्र जारी करने की सलाह दी थी. उसके बावजूद सरयू राय का बजट और श्वेत पत्र पर सवाल खड़ा करना उनकी असंतुष्टि को दिखाता है.